एनवी रमणा होंगे देश के अगले CJI, मौजूदा चीफ जस्टिस बोबडे ने सरकार को भेजा नाम


प्रीम कोर्ट के जज एनवी रमणा देश के अगले चीफ जस्टिस होंगे. मौजूदा चीफ जस्टिस एस. ए. बोबडे ने कानून मंत्रालय को अपने उत्तराधिकारी के नाम की जानकारी दे दी है. एस. ए. बोबडे अगले महीने रिटायर हो रहे हैं, ऐसे में एक महीने पहले ही उन्होंने सरकार को जस्टिस रमणा का नाम सुझा दिया है.

बता दें कि चीफ जस्टिस (सीजेआई) एसए बोबडे के रिटायर होने में एक महीने से भी कम समय बचा है. ऐसे में सरकार ने नये चीफ जस्टिस की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस क्रम में सीजेआई से अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश मांगी गई थी. इस सिफारिश पर आज एसए बोबडे ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर एनवी रमणा के नाम की सिफारिश की है.

केन्द्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने रिटायर होने जा रहे जस्टिस बोबडे को हाल ही में एक पत्र भेज कर नये सीजेआई के नाम की सिफारिश करने को कहा था. रविशंकर प्रसाद ने जस्टिस बोबड़े से पूछा था कि उनके बाद उनका उत्तराधिकारी कौन होगा? देश के 48वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में किसकी नियुक्ति होनी है? गौरतलब है कि जस्टिस बोबड़े 23 अप्रैल को रिटायर होंगे.

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एनवी रमणा अभी सबसे वरिष्ठ जज हैं. अब तक की जो परंपरा रही है, उसके मुताबिक जस्टिस रमणा को ही देश के अगले सीजेआई का पद ग्रहण करना था. परंपरा के मुताबिक, अपने रिटायरमेंट से करीब महीने भर पहले देश के सेवारत मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश को अपना उत्तराधिकारी बनाए जाने की सिफारिश राष्ट्रपति को एक पत्र भेजकर करते हैं.

सीजेआई की ओर से इस गोपनीय पत्र के मिलते ही सरकार सभी औपचारिकताएं पूरी कर मोस्ट सीनियर जज को चीफ जस्टिस के पद पर नियुक्त कर देती है और राष्ट्रपति उनको पद की शपथ दिलाते हैं. इतिहास में एक-दो बार ऐसा भी हुआ है कि सरकार ने दखल देकर वरिष्ठता क्रम का उल्लंघन कर कनिष्ठ जज को चीफ जस्टिस बनाया.