अस्पताल में मरीज-श्मशान में शवों की कतार…कोरोना से शहर-शहर हाहाकार!


देश में जारी कोरोना के महासंकट ने त्राहिमाम मचा दिया है. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि हर राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खुल गई है. दिल्ली हो या यूपी, महाराष्ट्र हो या मध्य प्रदेश हर जगह से एक जैसी ही तस्वीर सामने आ रही है. एक ओर अस्पतालों के बाहर मरीजों की कतार है, जो इलाज करवाना चाहते हैं. दूसरी ओर श्मशान घाटों के बाहर भी शवों की कतार है, जो मुक्ति पाना चाहते हैं. लेकिन दोनों ही जगह कोई व्यवस्था नहीं है.

दिल्ली बन रही कोरोना का एपिसेंटर
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के कारण हाल बेहाल है. बीते दिन दिल्ली में 13 हज़ार से अधिक केस दर्ज किए गए. जो किसी भी बड़े शहर में एक दिन में आए सबसे ज्यादा केस हैं. ऐसे में दिल्ली के कई अस्पतालों में बेड्स की कमी है, लेकिन सरकार का कहना है कि हर दिन बेड्स की संख्या को बढ़ाया जा रहा है. चिंता वाली बात ये है कि दिल्ली में नाइट कर्फ्यू जैसी सख्ती के बाद भी एक्टिव केस की संख्या बढ़ती ही जा रही है.

दिल्ली बनी कोरोना एपिसेंटर, मुंबई समेत 5 शहरों की तुलना में कैसे बिगड़ रहे हालात?

झारखंड में सिस्टम ने तोड़ा दम
झारखंड में कोरोना के कारण हालात बदतर हो चुके हैं, नए मरीजों की संख्या 28 सौ को पार कर गई है. लेकिन रांची के एक अस्पताल से आई तस्वीर ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. एक बेटी की चीख पुकार सरकार के कानों तक नहीं पहुंच सकी. 

सदर अस्पताल में तड़पते पिता को बचाने के लिए बेटी की तड़प पत्थर दिल को रुला गई लेकिन सिस्टम नहीं पिघला, यहां ना डॉक्टर मिले और ना इलाज जिसके बाद लड़की के पिता पवन गुप्ता दम तोड़ गए. ये सब तब हुआ, जब स्वास्थ्य मंत्री खुद अस्पताल में थे.

MP का हाल हुआ बेहाल 
मध्य प्रदेश में भी कोरोना ने कोहराम मचा रखा है. कुछ शहरों में लॉकडाउन भी लगाया गया है लेकिन फिर भी इस साल का सबसे बड़ा उछाल प्रदेश में दर्ज किया गया है. मध्यप्रदेश पहला सूबा था जिसने नाइट कर्फ्यू से लेकर कुछ शहरों में लॉकडाउन जैसे बड़े कदम उठाए लेकिन लगता है कि ये नाकाफी साबित हो रहे हैं. 

एमपी में बीते 24 घंटे में 8998 नए मामले आए जबकि 40 की मौत हो गई. सबसे बुरे हालात इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर जैसे बड़े शहरों का है. सिर्फ मरीज़ों की संख्या है नहीं बल्कि श्मशान घाट के बाहर लगी शवों की कतार भी डराने वाली है. श्मशान घाट पर लोगों को अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.

महाराष्ट्र में हर दिन बदतर हो रहे हैं हालात
महाराष्ट्र में कोरोना के कारण हालात बेहद बिगड़ गए हैं. आज से राज्य में मिनी लॉकडाउन की शुरुआत हो रही है. इसके तहत कई तरह की पाबंदियां होंगी, किसी के बेवजह बाहर निकलने पर रोक होगी. हालांकि, बेहद जरूरी काम, क्षेत्र से जुड़े हुए लोग अपना काम कर सकेंगे. साथ ही परिवहन से जुड़ी सुविधाएं भी जारी रहेंगी. 

महाराष्ट्र में बीते दिन भी 60 हजार के करीब केस आए, सिर्फ मुंबई में ही 8 हजार के करीब केस आ रहे हैं. राज्य के कई जिलों में बेड्स की कमी है, तो कुछ जगह वैक्सीनेसन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. बढ़ते संकट और मिनी लॉकडाउन के कारण राज्य से हजारों की संख्या में मजदूर पलायन कर रहे हैं.

राजस्थान में ना वैक्सीन, ना इलाज
राजस्थान में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं, यहां पर वैक्सीन की किल्लत है, रेमडेसिविर के इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है और नए केस, मौतें रिकॉर्ड बना रही हैं. रेगिस्तानी सूबे राजस्थान में कोरोना की महामारी ने हाल बेहाल कर रखा है. यहां एक दिन में रिकार्डतोड 28 मौत हुईं, नए केस की तादाद 5528 रही.

इन बड़े राज्यों के अलावा गुजरात, उत्तर प्रदेश में भी यही हाल है. गुजरात के अहमदाबाद में अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस की कतारें खड़ी हैं. क्योंकि अस्पताल में बेड नहीं है, तो मरीजों को बाहर एम्बुलेंस में रोका गया है और वहां पर ही ऑक्सीजन दी जा रही है. अहमदाबाद में अस्पताल से इतर श्मशान घाट के बाहर भी कतार है, यानी ना इलाज आसान है और ना ही मौत आसान है.

देश में कोरोना का हाल
24 घंटे में कुल केस: 1,84,372 
24 घंटे में कुल मौत: 1,027
अबतक आए कुल केस: 1,38,73,825
कुल एक्टिव केस: 13,65,704 
अबतक हुई मौतें: 1,72,085 
अबतक वैक्सीन के डोज़ लगे: 11,11,79,578