धर्म और आध्यात्म की नगरी काशी आने वाले या फिर काशी के प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजा की लालसा रखने वालों के लिए ये खबर काफी अहम है. वो इसलिए क्योंकि जिला प्रशासन की ओर से काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर और संकटमोचन मंदिर में प्रवेश के पहले RT-PCR टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट होनी जरूरी कर दी गई है. इसके साथ ही एक एडवाइजरी भी जारी की गई है, जिसमें वाराणसी आने से बचने की भी अपील की गई है.
वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब हमें कुछ कदम उठाने पड़ेंगे और इसी दिशा में हमने काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों पर भी जहां भीड़भाड़ ज्यादा हो रही थी, उन सभी जगहों पर एंट्री से पहले RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना जरूरी कर दिया है. ये रिपोर्ट तीन दिन से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि वाराणसी आने में कोई मनाही नहीं है. सिर्फ एडवाइजरी जारी हुई है और सभी से अपील की जा रही है कि जरूरी हो तो ही वाराणसी आएं. क्योंकि हो सकता है कि वो खुद संक्रमण लेकर आ रहे हों या फिर यहां से संक्रमण लेकर जाएंगे.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि “स्थानीय लोगों से भी निवेदन करूंगा कि अगर बहुत जरूरी हो, तो ही घर से बाहर निकलें. अगर निकलते भी हैं तो मास्क जरूर लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और हर 15-20 मिनट पर खुद को सैनेटाइज भी करें और वापस घर लौटने पर फिर से सैनिटाइज करें. जिससे खुद और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकें और किसी की जान जोखिम में ना डालें. अभी वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है और हम लोग कोशिश करेंगे कि संख्या में और बढ़ोतरी ना हो. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने बताया कि मामले बढ़ते देख कोविड बेड भी बढ़ाए गए हैं. आने वाले दो दिन के अंदर बेड की संख्या और भी बढ़ेगी. इसके साथ ही अलग से कंट्रोल रूम का नंबर 1077 जारी कर दिया गया है. जिसमें टेस्ट, बेड, वैक्सीन और जरूरत पड़ने पर टेलीमेडिसिन की भी आवश्यकता को पूरा किया जाएगा. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि जरूरी हो तो ही अस्पताल जाएं. नहीं तो घर पर ही आइसोलेट रहें. इसके अलावा स्टीम लेना, काढ़ा पीना सहित घरेलू उपचार भी करते रहें.