अफगानिस्तान से बाहर निकलने के लिए उमड़ी लोगों की भीड़, काबुल एयरपोर्ट पर 5 लोगों की मौत


काबुल,। सोमवार को काबुल एयरपोर्ट पर कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। सोमवार को काबुल छोड़ने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग काबुल एयरपोर्ट पर जमा हुए थे। एक चश्मदीद ने बताया कि उसने पांच लोगों की लाशों को एक वाहन में ले जाते देखा। एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि इन लोगों की मौत भगदड़ से हुए या गोली चलने से यह स्पष्ट नहीं है।

बता दें कि तालिबान ने काबुल शहर पर कब्जा करने के लिए आगे बढ़ रहा है, इसलिए शहर को छोड़ने के लिए भारी मात्रा में लोग सोमवार को हवाई अड्डे पर इकट्ठा हुए थे, जिन्हें काबू करने के लिए अमेरिकी सैनिकों ने हवा में गोली चलाई थी।

तालिबान के कब्जे के बाद जानिए क्या है अफगानिस्तान में आगे की राह

गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुला लेने के बाद तालिबान के उग्रवादियों ने पूरे देश पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। रविवार को तालिबान ने काबुल शहर में दस्तक दी और एक घंटे के अंदर उन्होंने राष्ट्रपति भवन को कब्जे में ले लिया। राष्ट्रपति अशरफ गनी पहले ही देश छोड़ चुके हैं, देश के भीतर और बाहर आक्रोश का माहौल है।

अपनी फेसबुक पोस्ट पर अशरफ गनी ने लिखा कि उन्होंने खून खराबे से बचने के लिए देश छोड़ दिया। वह अफगानिस्तान से इसलिए भागे ताकि लोगों को ज्यादा खून-खराबा न देखना पड़े। उन्होंने आगे लिखा कि अगर वह अफगानिस्तान में रुके रहते तो बड़ी संख्या में लोग देश के लिए लड़ने आते। ऐसे में वहां असंख्य लोगों की जान जाती। साथ ही काबुल शहर पूरी तरह से बर्बाद हो जाता। इसलिए उन्होंने देश छोड़ने का फैसला लिया। गनी ने आगे कहा कि अब तालिबान जीत चुका है। वह अफगान लोगों के सम्मान, संपत्ति और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। मुश्किल वक्त में देश छोड़कर भागने के लिए अशरफ गनी की आलोचना हो रही है।