इस्लामाबाद, सितंबर 12: अफगानिस्तान पर तालिबान ने 15 अगस्त को कब्जा कर लिया था और 7 सितंबर को तालिबान ने अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार की घोषणा कर दी थी। तालिबान की जीत के बाद पूरी दुनिया से प्रतिक्रियाएं दर्ज की गईं और पाकिस्तान की तरफ से भी अलग अलग लोगों ने तालिबान को लेकर अपनी राय दी। लेकिन, ताजा सर्वे में खुलासा हुआ है कि तालिबान की सरकार आने के बाद पाकिस्तान की एक बहुत बड़ी आबादी काफी खुश है।
क्या अलकायदा का मोस्ट वांटेड अल जवाहिरी अभी भी जिंदा है? इंटरनेट पर जारी हुआ 60 मिनट का वीडियो
तालिबान राज से खुश पाकिस्तान
एक सर्वेक्षण के अनुसार, पाकिस्तान में अधिकांश आबादी ने अफगानिस्तान में तालिबान के अधिग्रहण के लिए पॉजिटिव प्रतिक्रिया दी है। गैलप पाकिस्तान द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाकिस्तान के अलग अलग इलाकों के लोगों से तालिबान को लेकर राय जानी गई, जिसमें 55 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वो तालिबान के शासन में आने से काफी खुश हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2400 लोगों से तालिबान को लेकर सवाल पूछा गया था, जिनमें से 55 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण से खुश हैं। केवल 25 प्रतिशत ने कहा कि वे तालिबान समूह द्वारा अफगानिस्तान के अधिग्रहण से खुश नहीं हैं।
तालिबान पर पाकिस्तान में सर्वे
सर्वे के दौरान पता चला कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र के कम से कम 65 प्रतिशत लोगों ने अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा हाल ही में किए गए अधिग्रहण पर खुशी का इजहार किया है। आपको बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा की ज्यादातर आबादी पश्तूनों की है और तालिबान पश्तूनों का संगठन है। वहीं, कम से कम 59 प्रतिशत शहरी आबादी ने भी तालिबान शासन का स्वागत किया। यह सर्वेक्षण 13 अगस्त से 5 सितंबर के बीच किया गया था। इसमें यह भी पाया गया कि 58 फीसदी पुरुष और 36 फीसदी महिलाएं अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के पक्ष में थीं। आपको बता दें कि, 15 अगस्त को अमेरिका के अफगानिस्तान से 20 सालों के बाद निकलने के बाद तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था।
इमरान खान ने भी जताई थी खुशी
आपको बता दें कि सिर्फ पाकिस्तान की एक बड़ी आबादी ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके कई मंत्रियों ने भी तालिबान की वापसी पर खुशी का इजहार किया था। इमरान खान ने कहा था कि वो अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता लेने की प्रक्रिया का समर्थन करते हैं। वहां पर तालिबान का अधिग्रहण गुलामी की जंजीरों को तोड़ रहा है। इमरान खान के इस बयान के बाद साफ जाहिर हो गया था कि तालिबान की मदद पाकिस्तान की तरफ से खुलकर की गई थी। इमरान खान के अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी तालिबान की जीत पर खुशी जताई थी और शाह मसूद लगातार तालिबान को दुनिया से मदद दिलाने की कोशिश कर रहे हैं।
शाहिद अफरीदी का तालिबान प्रेम
इमरान खान के अलावा पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने तालिबान के अफगानिस्तान पर किए गये कब्जे का स्वागत किया था और कहा था कि तालिबान इस बार पॉजिटिव माइंडसेट के साथ आया है। शाहिद अफरीदी ने कहा था कि ‘तालिबान इस बार पॉजिटिव माइंडसेट के साथ आया है और ये चीजें पहले नजर नहीं आईं थी। तालिबान औरतों को काम करने दे रहा है और क्रिकेट को सपोर्ट कर रहा है।’ इससे पहले भी शाहिद अफरीदी तालिबान को लेकर सकारात्मक बयान दे चुके हैं। शाहिद अफरीदी के अलावा पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री ने भी तालिबान का समर्थन किया था। वहीं, तालिबान की जीत के बाद पाकिस्तान में तालिबान के समर्थन में रैलियां निकाली गईं और तालिबान के सम्मान में पाकिस्तान के मस्जिदों में तालिबानी झंडे लहराए गये थे।