नई दिल्ली। देश में एक तरफ कोरोना महामारी की दूसरी लहर कहर बरपा रही है, वहीं दूसरी ओर चक्रवाती तूफान ताऊते के बाद अब चक्रवात यास का खतरा मंडरा रहा है। यह चक्रवात बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट से टकराएगा। इससे पहले कई इलाकों में आज से ही तेज बारिश शुरू हो गई है। ओडिशा के भुवनेश्वर, चांदीपुर और पश्चिम बंगाल के दिघा में बारिश हो रही है। तूफान को लेकर बिहार और झारखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यास सोमवार रात से खतरनाक होना शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि तीव्र चक्रवाती तूफान यास की वर्तमान स्थिति पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में है। पिछले 6 घंटो के दौरान यह उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। यह पाराद्वीप के दक्षिण और दक्षिण पू्र्वी दिशा में 320 किलोमीटर और बालासोर के दक्षिण, दक्षिण पूर्व में 430 किलोमीटर है। कल दोपहर इसके पाराद्वीप और सागर द्वीप और चांदबाली और धामरा के बीच लैंडफॉल होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि केंद्रपाड़ा, भद्रक, जगतसिंहपुर, बालासोर में आज और कल के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और रेड अलर्ट जारी किया गया है। मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खोरदा और पुरी में भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है और इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उधर ओडिशा के बालासोर ज़िले के चांदीपुर में ज़िला प्रशासन मरीन पुलिस के साथ मिलकर मछुआरों के गांवों को खाली करा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि हम सभी लोगों को दोपहर तक स्कूल और कॉलेज में बनाए गए अस्थायी आश्रय केंद्रों में शिफ्ट कर देंगे। वहां सभी के लिए खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। वहां कोविड गाइडलाइन के हिसाब से व्यवस्था की गई है। लोगों से अपील है कि नजदीक के सुरक्षित घरों में पहुंच जाएं।
यास तूफान पारादीप और सागर आइलैंड के बीच बुधवार को टकराने के आसार हैं। इसके असर से 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं। मौसम विभाग का कहना है कि समुद्र तट से टकराने से पहले यास काफी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। समुद्र तट से गुजरने के बाद बुधवार दोपहर तक इसका असर और बढ़ने की आशंका है।
यास तूफान को देखते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आपदा राहत की टीमें तैनात हैं। एयरफोर्स और नेवी ने भी अपने कुछ हेलिकॉप्टर और नावें राहत कार्य के लिए रिजर्व रखे हुए हैं। तूफान को लेकर ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार जिले हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं। यास के असर से पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, हुगली में बुधवार को 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना के तटीय इलाकों में 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं। ये रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।