अहिंसा के पुजारी की धरती ट्रंप के ऐतिहासिक स्वागत को आतुर


अहमदाबाद को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा
(अहमदाबाद से राजेश राय)
अहमदाबाद (काशीवार्ता)। आगामी 24 फरवरी को जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अहमदाबाद में कदम रखेंगे तो यह एक ऐतिहासिक लम्हा होगा क्योंकि एक तरफ विश्व के सबसे शक्तिशाली राष्ट्राध्यक्ष होंगे तो दूसरी तरफ अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की तपोभूमि साबरमती आश्रम होगा। अहमदाबाद को भारत यात्रा के रूप में चुनने के पीछे ट्रम्प और मोदी दोनों के राजनीतिक हितार्थ हैं। अमेरिका में बड़ी तादात में गुजराती बसतें हैं जो वहाँ की आर्थिक और राजनीतिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव आसन्न है और ट्रम्प महत्वपूर्ण उम्मीदवार हैं। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी गुजरात और अहमदाबाद की प्रगति से ट्रम्प को रूबरू करा कर उन्हें यह अहसास जरूर दिलाना चाहेंगे कि उन्हें गुजरात दंगों की वजह से लंबे समय तक वीजा से वंचित कर अमेरिका ने भारी भूल की थी।
कहना न होगा कि किसी अमेरिकी राष्ट्रपति की पहली गुजरात यात्रा के लिए अहमदाबाद को दुल्हन की तरह सजाया सँवारा जा रहा है। ट्रम्प के मुख्य तौर पर यहाँ तीन कार्यक्रम हैं। पहला है सरदार बल्लभ भाई एयरपोर्ट से लंबा रोड शो जिसमें सड़क के दोनों तरफ लाखों की तादात में भीड़ हाथ हिला कर उनका अभिवादन करेगी। दूसरा बापू के साबरमती आश्रम में उनसे जुड़ी ऐतिहासिक वस्तुओं का नजदीक से दीदार और तीसरा है ऐतिहासिक मोटेरा स्टेडियम में नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम में भाग लेना। नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम कुछ माह पूर्व अमेरिका में आयोजित हाऊडी मोदी का ही भारतीय संस्करण है। ट्रम्प के इस कार्यक्रम के लिये स्टेडियम का पूरी तरह कायाकल्प कर दिया गया है।
जिन-जिन रास्तों से ट्रम्प को गुजरना है वहाँ युद्ध स्तर पर सफसफाई और रंग-रोगन हो रहे हैं। सड़क के दोनों तरफ लोहे की पाइप से बैरिकेडिंग की जा रही है। जहाँ-जहाँ झोपड़ पट्टियां हैं वहाँ रातो रात कंक्रीट की दीवार खड़ी कर दी गयी। दीवार के बाद तीन फीट की पट्टी में पेड़ लगाए जा रहे हैं। देखा जाय तो ट्रम्प के बहाने ही सही पूरे अहमदाबाद में ही बड़े पैमाने पर बृक्षारोपण कार्यक्रम शुरू हुआ है। आने वाले समय मे यहां के निवासियों को निश्चित तौर पर इसका लाभ मिलेगा।
इसके अलावा सारे डिवाइडर फिर से रंग दिए गए। सड़कों के गड्ढे रातो रात पाट कर कोलतार की परत चढ़ा दी गयी। कई ऐसे इलाके जहाँ बंजर जमीनें थीं वहाँ कई किलोमीटर तक टिन की दीवार खड़ी कर दी गयी ताकि उजड़े इलाके ढके रहें। जिन रास्तों से ट्रम्प को गुजरना हैं वहाँ थोड़ी-थोड़ी दूरी पर ट्रम्प और मोदी की बड़ी होर्डिंग लगाई गयीं हैं जिनमे भारत और अमेरिकी दोस्ती की इबारतें लिखी हैं। कराये जा रहे तमाम कार्यों की मुख्यमंत्री रुपाणी खुद मॉनिटरिंग कर रहे। ट्रम्प की सुरक्षा के भी अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं। अमेरिका से ट्रम्प की कार बीस्ट पहुंच चुकी है। इसके अलावा अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों और गुप्तचरों ने भी डेरा डाल दिया है। एयरपोर्ट पर किसी भी वाहन की देर तक रुकने की इजाजत नहीं है। सुरक्षा के लिहाज हजारों की संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को बुलाया गया है जो यात्रा के रास्ते में तैनात रहेंगे। तमाम ऊंची बिल्डिंगों पर भी सुरक्षा बलों के जवानों की तैनाती की गई है जो स्नाइपर राइफल और दूरबीन से लैस रहेंगे। खतरे की मामूली आशंका पर वे गोली चलाने से नहीं चूकेंगे। यात्रा मार्ग की ड्रोन और हेलीकॉप्टर से भी निगरानी होगी।