अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर कसा तंज, कहा- ‘पहले फेंकू सरकार थी अब हो गई है बेंचू सरकार’


लखनऊ,  सपा अध्यक्ष व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा तंज कसा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार पहले फेंकू सरकार थी अब बेंचू सरकार हो गई है। यह सरकार रेल बेच रही है, पटरी और स्टेशन बेच रही है। सड़कें, एयरपोर्ट और रेल बेंच रही है। वह सब कुछ बेचने पर उतारू है। जब राष्ट्रीय सम्पत्तियां बिक जाएंगी तो सरकार क्या करेगी?

दरअसल, अखिलेश यादव बीकेटी इंटर कालेज, लखनऊ में समाजवादी नेता एवं पूर्व मंत्री भगवती सिंह की प्रतिमा के अनावरण और माल्यार्पण के पश्चात् आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा,

प्रदेश की जनता मंहगाई, बेरोजगारी से त्रस्त है। केन्द्र और राज्य में डबल इंजन सरकार के बावजूद उत्तर प्रदेश में बिजली का संकट है। भाजपा ने विद्युत उत्पादन बढ़ाने का कोई काम नहीं किया। यहां मीटर तेज चलता है। बिजली का बिल बढ़कर आता है। सीएम 3X66 थर्मल पावर प्लांट के बारे में कुछ जानते नहीं। कहा कि भाजपाई समाजवादी पार्टी के घोषणा-पत्र में बिजली बिल कम किए जाने की बात की आशंका में डरे हुए हैं। बिजली के करेंट का झटका भाजपा को लगना जरूरी है।

भाजपा ऐसे कानून ला रही है जिससे देश की मालिक कम्पनी होगी और वही सरकार चलाएगी। तब शायद फिर आजादी की दूसरी लड़ाई लड़नी पड़ेगी। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार पहले फेंकू सरकार थी अब बेंचू सरकार हो गयी है। यह सरकार रेल बेच रही है, पटरी और स्टेशन बेच रही है। सड़कें, एयरपोर्ट और रेल बेंच रही है। वह सब कुछ बेचने पर उतारू है। जब राष्ट्रीय सम्पत्तियाँ बिक जाएंगी तो सरकार क्या करेगी? कहा कि भाजपा सब बेच कर कुछ उद्योगपतियों को सौंप रही है। भाजपा किसानों, नौजवानों, महिलाओं, आम जनता को धोखा दे रही है। कोरोना काल में ऐसा लॉक डाउन किया कि लोग बर्बाद हो गए।

लोगों की नौकरी, रोजगार, व्यापार खत्म हो गया। बेरोजगारी बढ़ गई। लॉकडाउन के समय जनता को अनाथ छोड़ दिया गया। कोरोना से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गयी। मरीजों को अस्पतालों में बेड, दवा और इलाज नहीं मिला। आक्सीजन के लिए भटकना पड़ा। विषेशज्ञों की चेतावनी के बाद भी सरकार ने कोई तैयारी नहीं की थी। कहा कि कोरोना काल में इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतों के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। कोरोना काल में भाजपा ने आंख-कान बंद कर लिया था। उन्होंने कहा कि हमें तीसरी लहर के दौर में सावधानी बरतना होगा।

यादव ने कहा नोटबंदी से भ्रष्टाचार मिटा नहीं, अर्थव्यवस्था चौपट हो गई। किसान की वजह से अर्थव्यवस्था सम्भाली है। 2 साल में शिक्षा व्यवस्था चौपट हुई है। आनलाइन पढ़ाई पटरी पर नहीं है। समाजवादी सरकार होती तो हर घर में लैपटाप पहुंचता। अभी भाजपा सरकार ने स्मार्ट फोन देने की घोषणा की वह तो पहले से बहुतों के पास है। अब समय कहां बचा है जो वे वादा निभा पाएंगे। कहा कि लखनऊ में आउटर रिंग रोड अभी तक नहीं बन पाया। मेट्रो जहां तक चली थी, उसके आगे नहीं बढ़ी। सपा सरकार में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे 323 किलोमीटर 22 महीने में बन गई। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे अभी तक पूरी नहीं हुई।

मोदी के सर्वे ने उड़ाई यूपी के विधायकों की नींद, लोकल मुद्दों को लेकर लोग बीजेपी से नाराज

तीन काले कृषि कानूनों से न खेती बचेगी न जमीन। बाजार में किसान को न लाभकारी मूल्य मिला न ही आय दोगुनी हुई। घर के चूल्हें बुझ गए हैं। उज्ज्वला का सिलेंडर महंगा हो गया है। सरसों का तेल महंगा हुआ है तो पकौड़े कैसे तलेंगे? पूर्व सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनावों की शुरूआत हो चुकी है। समाजवादियों की जिम्मेदारी है कि सब मिलकर सोती हुई भाजपा सरकार को हटाएं। बिहार-बंगाल से ज्यादा उत्तर प्रदेश के चुनाव खतरनाक होंगे। समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाना है। समाजवादी सरकार बनेगी तभी गरीबों, किसानों, नौजवानों का कल्याण होगा। मुख्यमंत्री जी ने रंग और नाम बदलने के अलावा कोई काम नहीं किया है। भाजपा सरकार समाजवादियों की साइकिल का मुकाबला नहीं कर सकती है।