अमेरिकी चुनाव: ट्रंप की कॉन्फ़्रेंस को अमेरिकी चैनलों ने बीच में ही रोका, बताया “झूठे बयान”


अमेरिका  के कई बड़े टीवी चैनलों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव को लेकर की जा रही टिप्पणी को बीच में ही रोक दिया.

वहाँ के चैनलों – एबीसी, सीबीएस और एनबीसी – ने उनकी प्रेस कॉन्फ़्रेंस की कवरेज बीच में ही रोक दी और अपने दर्शकों से कहा कि राष्ट्रपति ने कई झूठे बयान दिए हैं.

संवाददाताओं का कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप की बातों से ऐसा लग रहा था कि वो “पोस्टल मतों” को “फ़्रॉड” यानी धोखाधड़ी ठहरा रहे हैं.

ट्रंप मतदान से पहले से ही अपने समर्थकों से कहते रहे हैं वो पोस्टल वोट ना डालें बल्कि ख़ुद जाकर मतदान करें.

वहीं जो बाइडन ने अपने समर्थकों से कहा था वो कोरोना महामारी को देखते हुए अधिक-से-अधिक संख्या में पोस्टल मतों से ही वोटिंग करें.

राष्ट्रपति ट्रंप ने भारतीय समयानुसार शुक्रवार को तड़के एक बार फिर से बिना किसी प्रमाण के दावा किया कि “वैध मतों” की गिनती के हिसाब से राष्ट्रपति चुनाव में वही विजेता निकलेंगे.

दो दिन की चुप्पी के बाद उन्होंने फिर से ये शिकायत ऐसे समय की जब दो महत्वपूर्ण राज्यों – जॉर्जिया और पेन्सिल्वेनिया – में पोस्टल मतों की जारी गिनती के साथ उनकी बढ़त घटती जा रही है.

राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एक बार फिर अपनी जीत का दावा करते हुए ये शिकायत की किअवैध मतों से उनके पक्ष में आए चुनाव परिणाम को “चुराने” की कोशिश की की जा रही है.

हालाँकि विश्लेषकों के अनुसार उनके इस दावे का कोई जायज़ आधार नहीं है. राष्ट्रपति ट्रंप जिन पोस्टल मतों की गिनती की ओर इशारा कर रहे हैं, वो अवैध नहीं हैं. उनकी गिनती बाद में इसलिए हो रही है क्योंकि अमेरिका के कई राज्यों में यही प्रावधान है.

अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने अमेरिका में हो रहे चुनाव को अच्छी तरह संपन्न हो रहा चुनाव बताया है.

इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थकों ने कई राज्यों में क़ानूनी लड़ाई के लिए करोड़ों डॉलर जुटाना शुरू कर दिया है.

मतगणना जारी

रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन दोनों ने ही अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में एक दूसरे से बढ़त हासिल करने का दावा किया है. चुनावों के आख़िरी नतीजे आना अभी बाक़ी हैं और दोनों पक्ष क़ानूनी लड़ाई में उलझने की तैयारी में जुटे हैं.

इलेक्टोरल कॉलेज की संख्या के लिहाज़ से कई अहम राज्यों में अभी भी मतों की गिनती का काम जारी है. यही राज्य चुनाव नतीजे तय करेंगे.

बीबीसी का अनुमान है कि मिशिगन और विस्कॉन्सिन में जो बाइडन, ट्रंप से आगे चल रहे हैं. पेन्सिल्वेनिया के नतीजे अब तक नहीं आए हैं. विस्कॉन्सिन, मिशिगन और पेन्सिल्वेनिया राज्यों के नतीजे जो बाइडन की जीत सुनिश्चित कर सकते हैं.

ट्रंप के अभियान का कहना है कि नेवाडा, विस्कॉन्सिन, जॉर्जिया, पेन्सिल्वेनिया और मिशिगन में दोबारा मतों की गिनती कराई जाए. राष्ट्रपति ट्रंप का आरोप है कि चुनावों में फ्रॉड किया गया है.

नेवाडा और एरिज़ोना में फिलहाल जो बाइडन आगे चल रहे हैं. वहीं जॉर्जिया में मतों की गिनती का काम जारी है और यहां दोनों उम्मीदवारों के बीच मतों का फ़र्क कम होता जा रहा है.

पहले ही कहा था, पोस्टल बैलट विनाशकारी होंगे – ट्रंप

राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में अपने ताज़ा संवाददाता सम्मेलन में कहा कि “अगर वैध वोटों की गिनती की जाए तो चुनाव मैं जीतूंगा.”

उन्होंने क हा कि चुनाव को लेकर अदालतों तक मामले पहुंचे क्योंकि “ये प्रक्रिया अनुचित थी. हम इस तरह चुनावों में धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं कर सकते. मेल-इन बैलट के बारे में मैं पहले ही कह चुका हूं ये विनाशकारी साबित हो सकते हैं.”

राष्ट्रपति चुनावों को लेकर कई राज्यों में वोटों की गिनती दोबारा कराने की गुज़ारिश लेकर ट्रंप के चुनाव अभियान से जुड़े अधिकारी अदालतों के दरवाज़े तक पहुंचे हैं. पेन्सिल्वेनिया की फ़िलाडेल्फिया की अदालत में एक मामले की सुनवाई होनी अभी बाक़ी है.

ट्रंप ने कहा कि एरिज़ोना में वो आगे चल रहे हैं. एरिज़ोना में अब तक 88 फीसदी मतों की गितनी पूरी हो गई है, यहां अब तक बाइडन आगे बढ़ते दिख रहे हैं.

उन्होंने कहा, “चुनावों की पवित्रता की रक्षा करना हमारा लक्ष्य है और हम भ्रष्टाचार के कारण इतने महत्वपूर्ण चुनाव में कोई धोखेबाज़ी नहीं होने देंगे.”

ट्रंप ने कहा कि “मुझे लगता है कि चुनावों की पवित्रता को लेकर हम समझौता नहीं कर सकते. चुनाव के नतीजों के लिए शायद हमें क़ानूनी प्रक्रिया से गुज़रना हो. मुझे उम्मीद है कि नतीजे जल्दी आएंगे. इस मामले में फ़ैसला जजों को लेना होगा.”


पेन्सिल्वेनिया में बाइडन को और कितने वोट मिल सकते हैं?

अब तक हमें जो कुछ पता है उसके अनुसार पेन्सिल्वेनिया में अभी क़रीब 326,000 पोस्टल वोट गिने जाने बाक़ी हैं. बीबीसी के पॉल डैनहर कहते हैं कि अब तक जो पोस्टल वोट गिने गए हैं उनमें से 75 फीसदी बाइडन के नाम पर थे क्योंकि उन्होंने इसके लिए वोटरों को प्ररित किया था.

वहीं जब ट्रंप ने अपने अभियान की शुरूआत की तो उन्होंने ये आरोप किया कि पोस्टल वोट में फ्रॉड हो सकता है.

डैनहर के अनुसार जिन पोस्टल वोटों की गिनती अभी होनी है अगर उनमें से 75 फीसदी बाइडन के खाते में जाएं तो उन्हें क़रीब 2,50,000 वोट मिलेंगे. इस के साथ ही उन्हें इस राज्य के सभी 20 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिल सकते हैं और उनका आगे का रास्ता साफ हो सकता है.


पेन्सिल्वेनिया में शुक्रवार तक होगी मतों की गिनती

ताज़ा ख़बरों के अनुसार यहां अब तक ट्रंप आगे चल रहे थे लेकिन अब जो बाइडन उनसे आगे बढ़ते दिख रहे हैं.

स्थानीय समयानुसार दोपहर बारह बजे तक ट्रंप 1,32611 मतों के फ़र्क से आगे थे, लेकिन शाम के साढ़े पांच बजे तक ये फ़र्क 90,542 वोट का रह गया है. इसका मतलब ये है कि बीते छह घंटों के भीतर बाइडन करीब 40,000 वोटों के मार्जिन से ट्रंप से आगे हो गए हैं.

पेन्सिल्वेनिया की चुनाव अधिकारी कैथी बुकेवर ने कहा है कि वोटर फ्रॉड के आरोपों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

उन्होंने कहा यहां अभी भी कई हज़ार मतों की गिनती होनी बाकी है इसलिए विजेता के नाम की घोषणा के लिए इंतज़ार करना होगा. अधिकतर वोटों की गिनती शुक्रवार तक हो जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि देर से पहुंचने वाले बेलट की संख्या काफी कम है.


धैर्य रखें, जल्द आएगा नतीजा – बाइडन

जो बाइडन ने अमरीकियों से धैर्य बनाए रखने और नतीजों के आने का इंतज़ार करने की अपील की है. उन्होंने लोगों से गणतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करने के लिए कहा है.

बाइडन ने कहा, “वोट करना एक पवित्र काम की तरह है, इसके ज़रिए एक देश के वोटर अपनी राय बताते हैं. ये वोटर ही हैं जो देश का राष्ट्रपति चुनते हैं, ये काम कोई और नहीं कर सकता. इसलिए हर एक वोट गिना जाएगा और ऐसा ही होना चाहिए.”

“मुझे और सीनेटर कमला हैरिस को पूरा यकीन है कि जब मतों की गिनती पूरी होगी हमें विजेता घोषित किया जाएगा. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वो शांत रहें और चुनाव की पूरी प्रक्रिया को संपन्न होने दें. मतों की गिनती जारी है.”

इधर रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने पेन्सिल्वेनिया में मतों की गिनती को लेकर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है. उनके कैंपेन अधिकारियों का दावा है कि फ़िलाडेल्फिया में जहां मतों की गिनती की जा रही थी वहां उनके प्रतिनिधि को जाने नहीं दिया गया.

फ़िलाडेल्फिया की फेडेरल जज ने मामले की आपात सुनवाई के लिए गुरुवार रात का वक्त मुकर्रर किया है.

बज़फीड की रिपोर्टर ज़ो टिलमैन ने याचिका की कॉपी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है. याचिका में मतों की गिनती तुरंत रोकने की दर्ख्वास्त की गई है.


वोटों की गितनी को लेकर कहां-कहां है विवाद?

मिशिगन

नवंबर की चार तारीख को ट्रंप के अभियान से जुड़े अधिकारी ने कहा कि वो मतों की गिनती रुकवाने के लिए कोर्ट की रुख़ करेंगे. अनौपचारिक तौर पर यहां उस वक्त तक स्थानीय चुनाव अधिकारियों ने यहां 96 फीसदी मतों की गिनती पूरी कर ली थी.

ट्रंप की टीम का कहना है कि वो हर एब्सेन्टी काउंटिंग बोर्ड पर अपने एक कार्यकर्ता को रखना करना चाहते हैं और जिन वोटों की गिनती की जा चुकी है उनका रीव्यू करना चाहते हैं.

इस संबंध में ट्रंप के अभियान की याचिका को मिशिगन की एक कोर्ट ने खारिज कर दिया है. फर्स्ट डिस्ट्रिक्ट अपील्स कोर्ट की जज सिंथिया स्टीफन्स ने पोस्टल वोटों की गिनती रोकने की ट्रंप की दर्खवास्त को खारिज कर दिया है.

जज ने कहा कि याचिक दायर करने में काफी देर हो गई है, मतों की गिनती लगभग पूरी हो गई है और अभियान ने जिस व्यक्ति के ख़िलाफ़ (सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट) याचिका दायर की वो सही व्यक्ति नहीं हैं.

जज ने कहा कि वोटों की गिनती स्थानीय स्तर पर होती है और इस पर याचिका में बताए गए अधिकारी का कोई नियंत्रण नहीं है.

पेन्सिल्वेनिया

यहां विवाद पोस्ट के ज़रिए मिले वोटों को लेकर है. राज्य के चुनाव अधिकारियों का फ़ैसला है कि चुनाव के दिन के तीन दिन बाद तक मिले वोटों की गिनती की जाएगी. इस पर ट्रंप के अभियान के अधिकारियों ने कोर्ट का रुख़ किया है.

अधिकारियों ने चुनाव अधिकारियों पर ग़ैरकानूनी तरीके से पोस्टल वोट समय से पहले गिनने और वोट रीजेक्ट होने की सूरत में वोटर को दोबारा वोट करने देने का आरोप लगाया है और उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कदम उठाया है.

विस्कॉन्सिन

राष्ट्रपति के अभियान से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को “मतों की गिनती में अनियमितताएं देखी गई हैं”, इसलिए मतों की गिनती दोबारा कराई जानी चाहिए.

लेकिन ये मामला अब तक कोर्ट नहीं पहुंचा है. राज्य के क़ानून के अनुसार अगर दोनों उम्मीदवारों के बीच फ़र्क एक फ़ीसदी से भी कम पॉइंट का है और कोई भी उम्मीदवार मतों की दोबारा गिनती की मांग कर सकता है.

मतों की दोबारा गिनती कब तक होगी इसे लेकर अब तक स्पष्ट जानकारी नहीं है. हालांकि आम तौर पर काउंटी के चुनाव अधिकारियों के वोटों के रिव्यू के बाद ही ये संभव हो सकता है. राज्य के पास इसके लिए 17 नवंबर तक का वक्त है.

जानकारों के अनुसार इससे अधिक असर नहीं पड़ता क्योंकि मतों की दोबारा गिनती से केवल कुछ सौ वोटों का फर्क पड़ता है.


अब तक किसे मिले कितने वोट

यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट के अनुमान के अनुसार मंगलवार को हुए मतदान में 66.9 फीसदी लोगों ने हिस्सा लिया जो बीते 120 सालों में सबसे अधिक है.

जो बाइडन को 7.05 करोड़ समर्थकों के वोट मिले हैं जो अब तक किसी राष्ट्रपति को मिले वोटों के हिसाब से सबसे अधिक हैं. वहीं डोनाल्ड ट्रंप को 6.72 करोड़ वोट मिले हैं जो साल 2016 में उन्हें मिले वोट से 40 लाख अधिक हैं.

बाइडन को अब तक 253 इलेक्टोरल कॉलेज के वोट मिले हैं और वो ट्रंप के मुक़ाबले 270 के आंकड़े को छूने के अधिक क़रीब हैं. वहीं ट्रंप को अब तक 214 इलेक्टोरल कॉलेज के वोट मिले हैं.

अमरीका में वोटर राज्य स्तरीय चुनावों में मतदान करते हैं. जनसंख्या के आधार पर हर राज्य के अपने इलेक्टोरल कॉलेज होते हैं जिनके वोट निर्णायक होते हैं.


महामारी के दौर में हुए चुनाव

इस बार होने वाले चुनाव कोरोना वायरस महामारी दौर में संपन्न कराए गए हैं, जिससे सबसे अधिक अमरीका प्रभावित हैं.

जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के डैशबोर्ड के अनुसार अब तक यहां कोरोना संक्रमण के 95.37 लाख मामले दर्ज किए जा चुके हैं जबकि 2,34,225 लोगों की मौत हो चुकी है. तोविड ट्ररैकिंग प्रोजेक्ट के अनुसार बुधवार को अमरीका में संक्रमण के 1,03,000 नए मामले दर्ज किए गए हैं.

इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है और एक्ज़िट पोल्स से इस बात का अंदाज़ा भी मिला था कि वोटरों को प्रभावित करने वाला ये सबसे बड़ा मुद्दा था.