ब्रिटेन में पैदा हुआ कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट स्ट्रेन जापान तक पहुंच गया है. जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जापान में ब्रिटेन में पनपे कोरोना के नए वेरिएंट का पहला मरीज मिला है.
जापान में 18 दिसंबर से लेकर 21 दिसंबर तक ब्रिटेन से 5 ऐसे व्यक्ति आए हैं जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. बता दें कि जब तक ये लोग ब्रिटेन से लौट चुके थे, तब जापान ने ब्रिटेन से लौट रहे लोगों के लिए सख्ती नहीं बरती थी.
इन पांच व्यक्तियों में 60 साल के एक बुजुर्ग को थकान और बुखार की शिकायत थी, जबकि 4 दूसरे लोगों में स्पष्ट तौर पर कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे थे. जापान के स्वास्थ्य मंत्री नोरिहिसा तामुरा ने कहा कि इन पांचों लोगों के टेस्ट रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आए. इसके बाद इन पांचों को एयरपोर्ट से ही क्वारनटीन सेंटर भेज दिया गया.
ब्रिटेन से आने की वजह से जापान सरकार इन पांचों मरीजों के बारे में ज्यादा सतर्क थी. लिहाजा इनके स्वैब सैंपल को विस्तृत जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफेक्सियस डिजीज भेजा गया. यहां जांच के दौरान पता चला कि ये पांचों व्यक्ति कोरोना के नए स्ट्रेन के शिकार हुए हैं.
70 फीसदी ज्यादा संक्रामक है वायरस
जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ब्रिटेन में पनपा कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पुराने वायरस से 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक है.
जापान में कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए बने टास्कफोर्स के प्रमुख शेगेरू ओमी ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट का प्रसार रोकने के लिए ज्यादा सख्त प्रतिबंधों की जरूरत होगी. बता दें कि 24 दिसंबर को जापान में कोरोना के 3762 नए केस सामने आए हैं.