हैदराबाद/गाजियाबाद,: भारत में कोरोना की दूसरी लहर अपना भयानक रूप दिखा रही है। आज दो हफ्ते के करीब पूरे देश से रोजाना 3 लाख से ज्यादा संक्रमित लोग सामने आ रहे है। वहीं 3 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से जिंदगी की जंग हार रहे हैं। ऐसे में वायरस के नए ‘डबल म्यूटेंट’ वेरिएंट ने इन दिनों पूरे देश में जमकर तबाही मचाई है। जहां एक तरफ वैज्ञानिक डबल म्यूटेंट (B.1.617) के संभावित खतरे को कम करने में व्यस्त हैं तो दूसरी तरह से हैदराबाद और गाजियाबाद के शोधकर्ताओं की एक टीम ने पाया है कि नोवल कोरोनो वायरस का N440K वैरिएंट मौजूदा स्ट्रेन का सबसे खतरनाक है और 10 से 1,000 गुना ज्यादा संक्रामक फैलाता है। N440K वैरिएंट ने कोरोना की दूसरी लहर में भारत के ज्यादातर हिस्सों में आतंक मचाया है।
कोरोना का म्यूटेंट N440K जो पहली बार आंध्र प्रदेश के कुरनूल शहर में पाया गया था। फिर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित देश के कुछ हिस्सों में तेजी से फैलता रहा। दोनों तेलुगु राज्यों में पहले से ही एक तिहाई संक्रमण इसी के कारण फैला और दूसरी लहर में इसकी मौजूदगी तेजी से बढ़ रही है। पिछले दो महीनों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ ने मिलकर लगभग 50 प्रतिशत सैंपल दिए, जो भारत में N440K म्यूटेंट के भौगोलिक रूप से फैलने का संकेत है। शोध अध्ययन में हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) और एकेडमी फॉर साइंटिफिक एंड इनोवेटिव रिसर्च (AcSIR), गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के वैज्ञानिक शामिल थे।
N440K वैरिएंट 10 गुना ज्यादा संक्रामक
स्टडी में पता चला है कि Caco2 कोशिकाओं में एक कम प्रचलित A3i स्ट्रेन प्रोटोटाइप की तुलना में N440K वैरिएंट ने 10 गुना अधिक संक्रामक वायरल टाइटर्स (वायरल लोड) का उत्पादन किया और प्रचलित ए2 स्ट्रेन से 1,000 गुना अधिक टाइटल का उत्पादन किया। इस दौरान शोधकर्ताओं ने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि भारत ने अमेरिका और जर्मनी के बाद N440K वैरिएंट के सबसे बड़े अनुपात का 33 प्रतिशत योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि भारत में N440K वैरिएंट का अनुपात 4.9 प्रतिशत अनुक्रम से बढ़कर जनवरी और अप्रैल 24 के बीच 8.82 प्रतिशत हो गया है। शोध दल में दीक्षित टंडेल, दिव्या गुप्ता, विशाल साह और कृष्णन हरनिवास हर्षन शामिल थे।
दूसरी लहर में इस म्टूटेंट के संकेत
शोधकर्ताओं के अनुसार N440K वैरिएंट A2a स्ट्रेन के वंश का है। डेटा बताता है कि N440K वेरिएंट का अनुपात धीरे-धीरे बढ़ रहा है। अपनी स्टडी में शोधकर्ताओं ने बताया कि हाल के आंकड़ों से भारत के कई हिस्सों में N440K स्पाइक प्रतिस्थापन के साथ वेरिएंट की व्यापकता का महामारी की दूसरी लहर में संकेत मिलता है, जिसनें N440K वैरिएंट की बढ़ी हुई क्षमता की पुष्टि की।