औरैया, । जिले का बहुचर्चित दोहरा हत्याकांड के मुख्य आरोपित सपा एमएलसी कमलेश पाठक की अवैध संपत्ति मामले की जांच के आधार पर प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है। एसडीएम सदर रमेश चंद्र यादव की जांच रिपोर्ट के आधार पर रविवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे पुलिस के साथ पहुंची प्रशासनिक टीम ने कमलेश पाठक के बनारसीदास मोहल्ला स्थित महाविद्यालय-कॉलेज को गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी। बता दें कि मौके पर भारी फोर्स तैनात है।
सदर कोतवाली के मोहल्ला नारायनपुर पंचमुखी हनुमान मंदिर पर आज से करीब एक साल जमीनी विवाद में अधिवक्ता मंजुल चौबे व उनकी चचेरी बहन सुधा चौबे की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस के अनुसार यह घटना 15 मार्च 2020 को हुई थी। हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपित सपा एमएलसी कमलेश पाठक सहित उनके भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक, रामू पाठक समेत 11 आरोपित जेल में निरुद्ध हैं। डीएम सुनील कुमार डीएम सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि कमलेश पाठक द्वारा अवैध संपत्ति से हुए निर्माणों की जांच एसडीएम सदर रमेश चंद्र यादव कररहे थे। इसके तहत बनारसीदास मोहल्ला में बने जनकदुलारी इंटर कॉलेज व महाविद्यालय को गिराए जाने की कार्रवाई की जा रही है। अवैध संपत्ति से हुए और भी निर्माण कार्यों पर कार्रवाई होगी। प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर सपा एमएलसी के पुत्र तिलकराज पाठक का कहना है कि पूर्व में कोई नोटिस नहीं दिया गया था। एकाएक प्रशासन ने बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया। इस मामले में उन्होंने कोर्ट की शरण लेने की बात कही है। वहीं कार्रवाई करने पहुंची प्रशासनिक व पुलिस की वहां मौजूद कुछ लोगों से नोकझोंक भी हुई। पुलिस की कड़ाई की वजह वह कार्रवाई रोकने का साहस नहीं दिखा सके।
ये है पूरा मामला: वाकया है पिछले 15 मार्च का। अधिवक्ता मंजुल चौबे और विधान परिषद सदस्य कमलेश पाठक के परिवार के बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद था। आरोप है कि पाठक और उनके भाई अपने समर्थकों के साथ आये और मारपीट और बवाल के बाद गोलीबारी करने लगे। अधिवक्ता मंजुल और उसकी बहन को गोली लग गयी। बहन की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि मंजुल ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।