मिर्जापुर। डेगू बीमारी पर स्वास्थ्य विभाग की बैठक शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में बीमारी को नियंत्रित करने की रणनीति पर चर्चा की गयी। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अजय सिंह ने बताया कि यह रोग केवल जागरूकता से ही खत्म किया जा सकता है। फांगिग को लेकर शासन स्तर से नगरपालिका को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बात की सूचना जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है। 01 अप्रैल से अगस्त तक चुनार में 04 संदिग्ध डेगू के मरीज और पटेहरा में एक डेगू के मरीज का चिन्हाकंन किया गया है इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 1000 हजार से अधिक स्थानों पर लगातार जागरूक करने का काम कर रही है। जिले के 804 ग्राम पंचायतों में आशा की मदद से प्रधान एंटीलार्वा का छिड़काव करने का काम कर रहे है। डेगू से निपटने के लिए विभाग की तरफ से जनपद के 38 डाक्टरों को लखनउ भेजकर प्रशिक्षण कराया गया जा चुका है। जो स्वास्थ्य केन्द्रो पर मरीजों का उपचार कर रहे है। डेगू की जांच जनपद के सभी सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर बिल्कुल नि:शुल्क किया जा रहा है और डेगू की दवा भी नि:शुल्क केन्द्रो पर भारी मात्रा में मौजूद है जिससे किसी भी प्रकार की मरीज को कठिनाईयों को सामना न करना पड़े। जिला मलेरिया अधिकारी डा. संजय द्विवेदी ने बताया कि यह रोग एडीज इजिप्टाई मच्छर (टाइगर मच्छर) के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन में काटता है।