स्नातक सीट पर भी सपा ने तोड़ दिया भाजपा का तिलिस्म


वाराणसी। विधान परिषद स्नातक कोटे की सीट पर सपा के आशुतोष सिन्हा चुनाव जीत गए हैं, महज घोषणा बाकी है। शनिवार दोपहर में परिणाम सामने आया। सपा प्रत्याशी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के केदार नाथ सिंह को 3850 मतों से पराजित कर दिया है। अंतिम चक्र की गणना में आशुतोष सिन्हा को 26535 वोट व केदारनाथ सिंह को 22685 मत हासिल हुए। अंतिम चक्र तक 20 प्रत्याशी लड़ाई से बाहर हो चुके थे, सिर्फ 21वें प्रत्याशी के रूप में केदार नाथ सिंह ही टक्कर दे रहे थे। स्नातक सीट पर कुल 22 प्रत्याशियो ने भाग्य आजमाया था। अंतिम प्रत्याशी के द्वितीय वरीयता के वोट सपा प्रत्याशी में ट्रांसफर हुए। हालांकि जीत के लिए 39 हजार निर्धारित कोटा प्रत्याशी की ओर से नही पाया जा सका। फिर भी सर्वाधिक वोट पाने वाले के कारण आशुतोष सिन्हा को ही विजयी माना जायेगा। आयोग से अनुमति के बाद करीब अपराह्न 3 बजे परिणाम घोषित किये जाने की संभावना है। सपा प्रत्याशी ने लड़ाई से बाहर हो चुके 20 प्रत्याशियों के द्वितीय वरीयता के वोट में अच्छी सेंधमारी की, इसलिए जीत और आसान हो गयी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बतायाा कि आयोग से अनुमति मांगी गई है। इससे पूर्व एमएलसी वाराणसी खंड शिक्षक कोटे की सीट का परिणाम शुक्रवार दोपहर को घोषित किया गया था। कांटे की लड़ाई में सपा प्रत्याशी लाल बिहारी यादव 7766 मत पाकर विजयी रहे।
कुछ इस तरह चली गिनती-तीन दिसंबर सुबह आठ बजे पहड़यिा मंडी के स्ट्रांग रूम से जब बैलेट बाक्स निकलने लगे तो विधान परिषद वाराणसी खंड के शिक्षक कोटे पर भाग्य आजमा रहे 12 और स्नातक सीट पर 22 प्रत्याशियों के साथ ही हजारों समर्थकों की धड़कने तेज हो गई। सुबह आठ बजे जब बैलेट बाक्स आरओ के टेबल पर खुलने लगे तो प्रत्याशी व एजेंट की नजर मतपत्रों पर जा टिकी। यह सिलसलिा अंतिम तक बना रहा। आरओ टेबल पर मतपत्रों के 25-25 के बंडल बनने लगे। वैध व अवैध वोटों की छटाई होने लगी। इसके बाद प्रथम वरीयता के प्रत्येक अभ्यर्थी को मिले वोटों का परिणाम आया। हालांकि 24 घंटे की गणना के बाद शिक्षक सीट का परिणाम घोषित हो चुका है लेकिन स्नातक सीट पर पड़े वोटों की गिनती जारी है। 82 हजार वोटों की गिनती में 6387 मतपत्र प्रतिक्षेपित यानी अवैध घोषित कर दिए गए हैं।