बिहार के बक्सर में गंगा से शव मिलने के एक दिन बाद यूपी के बलिया और गाजीपुर से भी शव मिले हैं. जानकारी के अनुसार बक्सर, गाजीपुर और बलिया में गंगा से लगभग 200 शव निकाले गए हैं. अधिकारियों ने गंगा किनारे सभी शवों को गड्ढा कर दफनाया है. गाजीपुर से 17 और बलिया से 63 शव निकालकर उन्हें दफनाया गया है. वहीं केंद्र ने राज्य सरकार को मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में यमुना नदी के बाद अब बलिया और गाजीपुर जिलों में गंगा नदी के किनारे पर कई शव मिलने से सनसनी फैल गई और दहशतजदा लोगों द्वारा संदेह भी जताया जा रहा है कि यह कोविड-19 से जान गंवाने वालों की लाशें हैं. बलिया की जिलाधिकारी अदिति सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है कि नरही थाना क्षेत्र के बलिया-बक्सर पुल के नीचे गंगा नदी में सोमवार को कुछ पुराने अज्ञात क्षत-विक्षत शव देखे गए. उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारी (सदर) और क्षेत्राधिकारी (सदर) द्वारा इसकी जांच की गई और सभी शवों का उचित तरीके से गंगा नदी के तट पर पुलिस और प्रशासन की उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
जिलाधिकारी के मुताबिक शव कहां से आए हैं इस संबंध में जांच की जा रही है. प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार बिहार की सीमा पर स्थित नरही थाना क्षेत्र के गंगा नदी के तट पर सोमवार शाम से शव मिलने शुरू हुए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उजियार घाट, कुल्हड़िया घाट और भरौली घाट पर कुल 45 शव मिले हैं, हालांकि प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी संख्या की पुष्टि नहीं कर रहे हैं.
शवों की संख्या को लेकर नहीं दी जा रही जानकारी
सूचना विभाग द्वारा जारी बयान में जिलाधिकारी अदिति सिंह ने शवों की संख्या की जानकारी नहीं दी है. पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा ने बताया कि उन्हें नही मालूम कि कुल कितने शव मिले हैं. उन्होंने बताया कि पुराने शव हैं और बिहार में शव को प्रवाहित करने की परंपरा है. घटनास्थल पर पहुंचे एक अधिकारी के अनुसार नदी तट पर हवा का रुख देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि ये शव बिहार की तरफ से बहकर आए हैं. जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार में गरीब लोग ऑक्सीजन लेवल कम होने और कोरोना से मौत हो जाने के बाद आर्थिक तंगी के कारण शवों को नदी में प्रवाहित कर देते हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शव मिलने का सिलसिला अभी भी जारी है.
हरकत में आया प्रशासन
गाजीपुर से मिली खबर के मुताबिक जिले के गहमर, बारा और बिहार के बक्सर जिला के चौसा में गंगा नदी में भारी संख्या में शव देखे गए हैं. गाजीपुर जिले से होती हुई गंगा नदी बिहार में जहां जाकर मिलती है, वहां उत्तर प्रदेश के गहमर, बारा गांव हैं जबकि बिहार प्रदेश के चौसा प्रखंड के गांव में गंगा प्रवेश करती है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चौसा घाट पर तीन दर्जन से अधिक शव गंगा में किनारे लग जाने के बाद बदबू फैलने लगे तो बक्सर के जिलाधिकारी के आदेश पर चौसा प्रखंड पदाधिकारी अपने दल बल सहित गाजीपुर के सेवराई तहसील मुख्यालय पर आ पहुंचे और इसके बाद गाजीपुर का प्रशासन भी हरकत में आ गया.
अधिकारियों ने किया मुआयना
उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से गंगा किनारे मौका मुआयना किया. बिहार के बक्सर के जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने गंगा घाट का मुआयना करने के बाद कहा कि पड़ोसी राज्य (उत्तर प्रदेश) से शव बहकर आ रहे हैं जबकि गाजीपुर के जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि मामले की छानबीन करा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में यमुना नदी में शव नजर आने के बाद लोगों में दहशत फैल गई था और यह संदेह भी जताया गया था कि ये कोरोना से जान गंवाने वालों की लाशें हैं. वहीं जिला प्रशासन ने इस दावे को खारिज कर दिया था.