(कौस्तुभ इस्सर)
वाराणसी। एक पुरानी कहावत है कि आंख गई तो दुनिया गई, कान गए तो संगीत, दांत गए तो स्वाद गया, जग में बची क्या रीत। आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम हर उस चीज का ध्यान देते हैं जो हमें तंदुरुस्त शक्तिशाली और आकर्षक बनाए रखें, चाहे वो खानपान हो या जिम जाना हो हम हर उस काम को करते हैं जिससे हम आकर्षक स्वस्थ और शक्तिशाली दिखे। पर एक चीज है जिसे हम अक्सर भूल जाया करते हैं और वह है अपने दातों का ख्याल रखना। एक नॉन प्रॉफिटेबल संस्था द बोर्गिन प्रोजेक्ट के अनुसार भारत में लगभग 85% से 90% वयस्कों साथ ही लगभग 60 से 80% बच्चों में दांत गुहाए ( कैविटी) पाई गई, वहीं लगभग 30% बच्चों के जबड़े गलत तरीके से संघरेखित( मिस एलाइंड जॉ) होते हैं। लक्सा रोड पर रामकृष्ण मिशन अस्पताल के ठीक सामने स्थित बनारस डेंटल क्लीनिक बनारस का पहला जीरो परसेंट फाइनेंस सुविधा युक्त डेंटल क्लीनिक है, जहां हर प्रकार की दांतो की समस्या का उचित मूल्य पर उपचार किया जाता है। क्लीनिक के संचालक डॉक्टर वाई गुप्ता तथा डॉक्टर पूनम गुप्ता ने बताया कि उनके क्लीनिक पर दांतो की नसों का इलाज, पायरिया का सफल इलाज, लेजर द्वारा दातों की फीलिंग, टूटे हुए जबड़े का इलाज, बच्चों के दांतो का विशेष इलाज, गुटखा-तम्बाकू के सेवन से उत्पन्न हुई बीमारियों का इलाज, टेढ़े मेढ़े दांतों का तार द्वारा सीधा करना,अल्ट्रासोनिक जापानी मशीन द्वारा दांतों की सफाई, दातों की पूरी बत्तीसी बनाना तथा ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट के मरीजों के दांत उखाड़ने की व्यवस्था, इत्यादि उचित मूल्य पर उपलब्ध है। डॉ गुप्ता ने बताया कि कोई भी अपना पैन कार्ड तथा आधार कार्ड लेकर आ सकता है और अपने दांतो का जीरो परसेंट फाइनेंस सुविधा के माध्यम से सफल उपचार करवा सकता है।