गाजीपुर (काशीवार्ता)। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग से कक्षा एक से आठ तक प्राइवेट स्कूलों को स्थायी मान्यता देने के बाद बीएसए के लिपिक ने करोड़ों रुपए डकार कर फर्जी तरीके से मान्यता जारी कर दिया है। इस मामले में शासन ने पूर्व में बीएसए रहे श्रवण कुमार को निलंबित तक कर दिया। इसके बाद भी संबंधित लिपिक अपना खेल जारी रखे हुए है। लेकिन न तो जिला प्रशासन ने इस पर कार्रवाई की और न ही बीएसए ने। पिछले महीने एडी बेसिक अवध किशोर सिंह ने मान्यता के संबंध में जानकारी ली तो पता चला कि बिना मान्यता समिति के अनुमोदन किए ही स्कूलों को स्थायी मान्यता जारी करने के नाम पर करोड़ों रुपए वसूल लिए गए। इस मामले में एडी बेसिक ने बीएसए को पत्रक लिखकर तत्काल स्थायी मान्यता वाले स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है। हालांकि अभी तक बीएसए ने इसे वाराणसी कार्यालय को नहीं भेजा है। इसको लेकर अब फर्जी ढंग से मान्यता पाने वाले स्कूलों के प्रबंधकों में खलबली मची हुई है।
बताया जा रहा है कि बीएसए कार्यालय में वर्षों से जमे एक लिपिक की कारस्तानी से पूरा विभाग शमिंर्दा है। यह लिपिक स्कूलों को मान्यता देने के नाम पर होने वाली वसूली के लिए एक शिक्षक को अपने पास रखे हुए है, जो मनिहारी के किसी विद्यालय पर तैनात है। इस शिक्षक के भरोसे स्थायी मान्यता देने के साथ ही अवैध कार्यों के लिए वसूली की जाती है।एडी बेसिक को इस लिपिक की शिकायत मिली थी। उन्हें जानकारी दी गई कि थी कि संबंधित लिपिक फर्जी तरीके से हस्ताक्षर कराकर स्कूलों को स्थायी मान्यता जारी कर रहा है। इसके एवज में एक से दो लाख रुपए तक वसूली की जा रही है। यही नहीं इसके बैंक खातों के साथ ही इसकी पत्नी एवं रिश्तेदारों के खातों की जांच हुई तो चल और अचल संपत्तियां मिलेंगी। इसके बाद एडी बेसिक ने बैठक में ही फटकार लगाते हुए तत्काल पत्र जारी करके बीते पांच वर्षों में जारी की गई स्थायी मान्यता के संबंध में पूरी जानकारी मांगी है। उन्होंने बीएसए को हिदायत दी कि बिना समिति के अनुमोदन स्थायी मान्यता जारी न की जाए।
समिति के अनुमोदन पर ही प्राप्त होती है स्थायी मान्यता
गाजीपुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी करके स्थायी मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची मांगी गई है। जानकारी मिली थी कि यहां पर लिपिकों की मिलीभगत से फर्जी तरीके से काम किए हैं। स्थायी मान्यता सिर्फ समिति के अनुमोदन पर ही प्राप्त होते हैं। अवध किशोर सिंह, एडी बेसिक वाराणसी मंडल
नहीं होने दिया जायगा फर्जीवाड़ा
एडी बेसिक कार्यालय का पत्र मान्यता के संबंध में प्राप्त हुआ है। उसका अध्ययन करके जल्द ही संबंधित लिपिक से सूची मांगकर उसे वाराणसी भेजा जाएगा। हमारे कार्यकाल में किसी भी प्रकार का फजीर्वाड़ा नहीं होने दिया जाएगा। जो गड़बड़ी करेगा उसे जेल भेजा जाएगा। हेमंत राव, बीएसए गाजीपुर
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