अयोध्या रामलला के भव्य मंदिर निर्माण (Shriram temple in Ayodhya) के उल्लास में डूबी है। उल्लास का माहौल है, सड़कों-गलियों से लेकर छतों पर केसरिया पताकाएं लहरा रही है। दीवारों पर रामायणकालीन नयनाभिराम दृष्य रामनगरी की अलौकिकता बयां कर रहे हैं। ट्रस्ट की ओर से जगह-जगह तोरण द्वार सजाए गए हैं। श्रीरामजन्मभूमि के मुख्य कार्यक्रम स्थल को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। संत-धर्माचार्य और विहिप-संघ से जुड़े अतिथि अयोध्या पहुंचने लगे हैं। ट्रस्ट ने सभी अतिथियों को चार अगस्त तक कारसेवकपुरम में आने का आग्रह किया है। आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस वाले पांच हजार सीसीटीवी कैमरों के जरिए कार्यक्रम स्थल समेत अयोध्या के विशेष इलाकों की निगरानी की जाएगी। ड्रोन कैमरों के जरिए आसमान से भी नजर रखी जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे और रॉ के इनपुट के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए जा रहें हैं। उधर बीजेपी नेता उमा भारती ने तय किया है कि वह अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। वे सरयू तट पर ही रहेंगी और कार्यक्रम समाप्त होने के बाद राम लला के दर्शन करेंगी।
अनुष्ठान ट्रस्ट की ओर से भूमिपूजन (Bhoomipujan) के संयोजक आचार्य इंद्रदेव मिश्र कहते हैं कि गणपति पूजा के बाद पहले दिन आज अनुष्ठान शुरू हो गया है, इसके बाद पंचागं पीठ पूजन होगा। अगले दिन रामार्चा पूजा होगी, फिर पीएम मोदी के आने से पहले 5 अगस्त को वेदी पूजन संपन्न करा लिया जाएगा। वे 12 बजे तक श्रीरामजन्मभूमि के गर्भगृह आएंगे, इसके बाद संकल्प लेने के बाद शुभमुहूर्त में ठीक 12 बजकर 15 मिनट 15 सेंकंड के बाद 32 सेंकड में पहली ईंट रखेंगे। श्रीरामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास कहते हैं भूमिपूजन से पहले 12 मिनट तक पीएम मोदी रामलला का पूजन करेंगे। हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास कहते है कि मोदी रामलला की पूजा से पहले हनुमानगढ़ी आकर 7 मिनट तक पूजन करेंगे।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बीजेपी नेता उमा भारती ने तय किया है कि वह अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। वे सरयू तट पर ही रहेंगी और कार्यक्रम समाप्त होने के बाद राम लला के दर्शन करेंगी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया और इसकी जानकारी खुद अपने ट्विटर पर दी। उमा भारती ने कहा कि कल जब से मैंने अमित शाह जी और बीजेपी के अन्य नेताओं के कोरोना पॉज़िटिव होने के बारे में सुना है, तभी से मै अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास में उपस्थित लोगों के लिए ख़ासकर पीएम मोदी के लिए चिंतिंत हूं। उन्होंने बताया कि इसीलिये मैंने रामजन्मभूमि न्यास के अधिकारीओ को सूचना दी है की शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मैं अयोध्या में सरयू नदी के किनारे पर रहूंगी। सूत्रों के अनुसार दो सौ से ढाई सौ लोगों के बैठने को सोशल डिस्टेसिंग के साथ बैठाने के पंडाल का क्षेत्रफल बढ़ा कर दो गुना कर दिया गया है। इसके साथ दो अलग-अलग मंच भी तैयार किया जा रहा है। फिलहाल मुख्य मंच पर पीएम मोदी व संघ प्रमुख मोहन भागवत, प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन व सीएम योगी समेत रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास विराजमान होंगे।