बीएचयू के पूर्व छात्र और युवा इनोवेटर ने ऐसा स्वदेशी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तैयार किया, एक साथ 3 मरीजों को मिलेगी राहत


वाराणसी. बीएचयू के पूर्व छात्र ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिये बड़ी मिसाल पेश की है. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और युवा इनोवेटर ने एक ऐसा स्वदेशी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तैयार किया है जो कम खर्चे पर तीन लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट दे सकता है. अब जल्द ही इसे बाजार में उपलब्ध कराने की कोशिश शुरू हो गई हैं. इसके लाइसेंस के लिए भारत सरकार को अर्जी दी गई है. यह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तैयार किया है बीएचयू के पूर्व छात्र और युवा इनवेटर गौरव सिंह ने. इसकी क्षमता करीब 15 एलएमपी की है. जिससे एक साथ तीन मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई दी जा सकती है.

बीएचयू के पूर्व छात्र गौरव सिंह के मुताबिक इस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को बनाने में करीब डेढ़ महीने का वक्त लगा. क्योंकि यह पीरियड कोरोना कर्फ्यू का था ऐसे में उसको बनाने के लिए जरूरी सामान को जुटाना चुनौती था. लेकिन किसी तरीके से सहयोग के बूते सामान का इंतज़ाम हो गया और फिर डेढ़ महीने की मेहनत रंग लाई. अब ये बनकर तैयार है. इसको बनाने में लगे सामान बड़ी मुश्किल से मिल रहे थे. इसलिए इसकी लागत थोड़ी ज्यादा आई है. इस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के बनने में करीब 61 हजार रुपये की लागत आई जबकि सामान्य दिनों में जब बाजार खुलेंगे तब यह लागत घटकर करीब 40 हजार रुपये हो जाएगी.

युवा इनोवेटर गौरव सिंह ने बताया कि उन्होंने यह अनुसंधान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत से प्रेरित होकर और प्रोफेसर पीके मिश्रा के मार्गदर्शन में तैयार किया है. जल्दी यह बाजार में उपलब्ध होगा. इसके लाइसेंस के लिए सरकार को अर्जी दी गई. उम्मीद है कि जल्दी लाइसेंस मिल जाएगा और ऑक्सीजन की दिक़्क़तों को कम करने में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर अहम रोल अदा करेगा. फ़िलहाल वाराणसी समेत पूरे देश में धीरे ऑक्सीजन संकट खत्म हो गया है.