वाराणसी(काशीवार्ता)। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर केके गुप्ता पर मारपीट का आरोप लगाते हुए अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ शनिवार की दोपहर से ही इमरजेंसी वार्ड के बाहर धरने पर बैठे हैं। स्टाफ का धरना रविवार सुबह तक जारी रहा। धरना दे रहे स्टाफ की मांग है कि चिकित्सा अधीक्षक इस्तीफा दें या कुलपति उनके बीच आकर एमएस पर कार्रवाई का भरोसा दे। धरने पर बैठे नर्सिंग स्टाफ ने कहा कि हम लोग कल दोपहर से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और पूरी रात इस खुले आसमान के नीचे बैठने को विवश थें पर कोई भी सक्षम अधिकारी हमसे बात करने नहीं पहुंचा। इस बात को लेकर नर्सिंग स्टाफ्स में काफी आक्रोश है। बीएचयू सर सुंदरलाल अस्पताल के शताब्दी सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक स्थित इमरजेंसी वार्ड में एक स्टाफ नर्स ने चिकित्सा अधीक्षक पर मारपीट का आरोप लगाया था। वहीं अधिकारियों का कहना है कि यह पूरी तरह से साजिश है। अस्पताल परिसार का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। अस्पताल प्रशासन तो एक बड़े घटनाक्रम को बचाने में आगे था। इधर नर्सिंग स्टाफ का आरोप है कि इससे पहले भी एमएस उनके साथ दुर्व्यवहार करते रहे हैं। धरने पर बैठने के बाद भी सीनियर स्टाफ इस कोविड काल में मरीजों का पूरा ख्याल रख रहे हैं। नर्सिंग स्टाफ ने कहा कि हम लोगों द्वारा इमरजेंसी सेवा को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं किया जाएगा। हम धरने पर जरूर है पर मरीजों के जान से खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।
नहीं मिले वीसी,आईसीयू बंद करने की चेतावनी
धरनारत नर्सिंग स्टाफ के छह सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल आज सुबह ही वीसी से मिलने पहुंच गया जहां उन्हें निराशा ही हाथ लगी। वीसी ने तत्काल मुलाकात से इंकार कर दिया लेकिन अपराहन 2 बजे तक मिलने की बात कही है। नर्सिंग स्टाफ का आरोप है कि वीसी उनकी मांगों की अनदेखी कर रहे हैं ।नर्सिंग स्टाफ ने चेताया है कि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वे आईसीयू में अपनी सेवा देना बंद कर देंगे।