लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई पार्टी पदाधिकारी उपस्थित रहे। दलित समाज से आने वाले असीम अरुण कानपुर के कमिश्नर रह चुक हैं और राजनीति में आने के लिए उन्होंने वीआरएस लिया है।
मुख्यमंत्री को कहा धन्यवाद
उन्होंने कहा कि मैं पूरी ईमानदारी से आपको बता सकता हूं कि पिछले पांच सालों में पुलिस के लिए बिना किसी दबाव के काम करने का इससे बेहतर अवसर कभी नहीं रहा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था बहुत सुधरी है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देता हूं। असीम अरुण ने कहा कि बाबा साहेब को प्रणाम करते हुए कहा कि उनके द्वारा बनाए गए विधि-विधान के परिणाम स्वरूप वंचित, दलित और सभी लोगों को एक अवसर मिला और बहुत आगे बढ़े। मुझे और मेरे परिवार को भी अवसर मिला और हम आगे बढ़े।
उन्होंने कहा कि मैं और मेरा परिवार अपने गांव कन्नौज से जुड़ा हुआ है और हम निरंतर वहां पर समाजिक कार्य करते रहते हैं। लेकिन मुझे महसूस होता है कि अभी हमें बहुत सारा काम करना चाहिए। बहुत सारी तरक्की हुई है, बहुत सारी योजनाओं का लोगों को लाभ हुआ है लेकिन वंचित और दलित समाज के सम्मान के लिए बहुत सारा काम बचा है और मेरा अगर छोटा सा योगदान भी हो सकेगा तो मैं समझूंगा कि मेरे जीवन का परिवर्तन बहुत सार्थक है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि युवाओं के लिए प्रेरणा और ईमानदार छवि वाले असीम अरुण जी का भाजपा में स्वागत है और आशा है कि वह अपनी नई पारी में भी लोकहित और युवाओं को प्रेरित करते रहेंगे। इसी बीच उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सपा में वो जाते हैं जो दंगा करते हैं, भाजपा में वो आते हैं जो दंगा रोकते हैं। उन्होंने कहा कि सपा ने अपने जो उम्मीदवार घोषित किए हैं, उनमें से एक जेल में है और दूसरा बेल पर है। सपा ने फिर से साफ कर दिया है कि वो फिर से प्रदेश को दंगा प्रदेश बनाने की कोशिश कर रहे हैं।