शरीर-आत्मा के सामंजस्य का विज्ञान है योग


वाराणसी(काशीवार्ता)। डा.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के कुलपति प्रो.प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि योग, शरीर और आत्मा के सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान है। शरीर ऐसा मंदिर है, जिसकी सफाई सिर्फ योग से ही संभव है। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए योग से बेहतर व कारगर कोई तरीका नहीं है। प्रो.मिश्र मंगलवार को अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजमेंट परिसर में हरे-भरे पेड़ों के बीच अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल स्टूडेंट्स एवं शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। योग की महत्ता को रेखांकित करते हुए छत्तीसगढ़ के स्वामी विवेकानंद प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एमके वर्मा ने कहा कि धरती बहुत सुंदर है। यह वनस्पति विज्ञान ही नहीं, जीव विज्ञान भी है। प्रकृति खुद में ऐसा विज्ञान है जो इंसान को जिंदगी देता है। इंस्टीट्यूट की निदेशक डा.सारिका श्रीवास्तव ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का स्वागत किया। योग गुरु दिनेश शर्मा ने जीवन को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी आसनों का अभ्यास कराया। कार्यक्रम का संचालन डा.अजय भूषण प्रसाद ने किया।