वाराणसी (काशीवार्ता)। आवश्यक वस्तुओं से जुड़ी थोक मंडियां आज खुलते ही शहर में चहल-पहल बढ़ गयी। छोटे मालवाहकों से ढुलाई होने एवं माल की लदाई करने से मालवाहक चालकों एवं मजदूरों को जहां काम के बदले मजदूरी मिली वहीं आढ़तियों का भी वनवास आंशिक रुप से खत्म हुआ। पूर्वांचल की सबसे बड़ी गल्ला, किराना, चीनी, गुड़, तेल-तिलहन मंडी विशेश्वरगंज में प्रशासन के निर्देश पर आज सुबह 9 बजे से थोक दुकानें खुलीं। जिलों की सीमाएं बंद होने से बाहरी व्यापारी तो मंडी में नहीं आ सके परंतु बनारस के विभिन्न क्षेत्रों से भारी संख्या में व्यापारियों ने यहां पहुंचकर खरीददारी की। लगभग एक सप्ताह बाद आज थोक दुकानें खुलने से आढ़तियों के चेहरे जहां खिले दिखे वहीं थोक बाजार में चहल-पहल के साथ रौनक दिखी।