लूटी गयी कार के साथ दो बदमाश पुलिस के हत्थे चढे


चोपन (सोनभद्र)।क्राइम ब्रान्च व चोपन पुलिस ने आज लूट की घटना का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लूटी गयी स्विफ्ट डिजायर वाहन बरामद किया। बताया जाता है कि शनिवार को तेजाबुद्दीन अंसारी पुत्र इस्लाम शेख निवासी निमियाडीह, थाना गढवा, जनपद गढवा (झारखण्ड) द्वारा पुलिस को सूचना दी गयी कि 3 फरवरी की सांय गढवा रंका मोड़ से अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गुरमुरा मोड़ ले जाने हेतु किराये पर उसकी स्वीफ्ट डिजायर कार को बुक किया गया पर जब वह हाथीनाला टोल प्लाजा क्रास किया तो पेशाब करने के बहाने गाड़ी रोकवाकर असलहे के बल पर कार लेकर फरार हो गये। इस तहरीर पर थाना चोपन पर मुअस 16/2023 धारा 392 भादवि का अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों की तलाश शुरु की गयी। पुलिस अधीक्षक द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) सोनभद्र व क्षेत्राधिकारी नगर सोनभद्र के निर्देशन में घटना का सफल अनावरण करने हेतु अपराध शाखा की स्वाट, एसओज,सर्विलांस व थाना चोपन की टीम गठित की गयी और टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर आज प्रात: सिन्दूरिया खैरटिया तिराहा चोपन से रिकेश सिंह उर्फ बस्तिया पुत्र विजय कुमार सिंह पुत्र विजय कुमार सिंह निवासी सेक्टर 10 नई बस्ती थाना ओबरा जनपद सोनभद्र व आशीष कुमार उर्फ गुड्डू पुत्र महेश सिंह निवासी सेक्टर 10 नई बस्ती थाना ओबरा जनपद सोनभद्र को गिरफ्तार कर लूटा गया स्वीफ्ट डिजायर कार बरामद कर लिया ।
अभियुक्तो ने पूछताछ में बताया कि हमारे गिरोह में 2 और लोग सुशील कुमार उर्फ गुरु उर्फ रितेश पुत्र बैजनाथ राम निवासी ढाचाबार, थाना पाण्डू, जनपद पलामू (झारखण्ड) तथा दिलीप कुमार पासवान पुत्र संजय पासवान निवासी बासडीह खुर्द, थाना केतार, जनपद गढवा (झारखण्ड) भी शामिल है । सुशील कुमार उर्फ गुरु उर्फ रितेश गिरोह का सरगना है। हम लोगों ने प्लान के तहत गढवा से स्वीफ्ट डिजायर कार को किराये पर लेकर आये थे तथा मालोघाट टोल टैक्स के आगे पेशाब करने के बहाने नीचे उतरे तथा सुशील ने चालक के मुंह मे पिस्टल लगा कर, उसे डरा धमकाकर सीट के नीचे बैठा दिया, उसके बाद गाड़ी को रिकेश उर्फ वस्तिया चलाकर थाना क्षेत्र चोपन के मंगलेश्वर मार्ग के अवई नहर पर जंगल में छोड़ कर गाड़ी लेकर ओबरा चले गये । टीम सरगना सुशील उर्फ गुरु आज सांय सासाराम बिहार में जाकर किसी बड़े व्यवसायी की हत्या व लूट करने की योजना थी। मेरे दोनों साथी सुशील उर्फ गुरु व दिलीप आगे जा चुके हंै तथा हमें बिहार/ झारखण्ड के बार्डर पर गाड़ी लेकर बुलाया गया था और उन्ही के अनुसार हम लोग जा रहे थे कि पकड़ लिये गये।