सीईपीसी ने पेश की ‘मेक इन इंडिया’ की छवि


भदोही। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद का 41 वां फाउंडेशन डे नई दिल्ली स्थित मुख्य कार्यालय में धूमधाम से मनाया गया। उमर हमीद, अध्यक्ष कालीन निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा कैप्टन मुकेश कुमार गोंबर, उपाध्यक्ष और परिषद प्रशासनिक समिति के सदस्य महावीर प्रताप शर्मा, गुलाब नबी भट्ट, श्री वासिफ अंसारी , श्रीराम मौर्य , फिरोज वजीरी , बोध राज मल्होत्रा, दर्पण बरनवाल, रोहित गुप्ता के अलावा परिषद के कार्यकारी निदेशक सह सचिव डा स्मिता नागरकोटी की मौजूदगी में केक कटकर मनाया गया ।
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद की स्थापना वर्ष 12 फरवरी 1982 में कंपनी अधिनियम के तहत निर्यातकों द्वारा की गई थी और यह एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसकी स्थापना हस्तनिर्मित कालीनों और अन्य फर्श कवरिंग के निर्यात को बढ़ावा देने तथा विकसित करने के उद्देश्य से की गई थी। यह देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हस्तनिर्मित कालीन निर्यातकों का एक आधिकारिक निकाय है और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तनिर्मित कालीन उत्पादों के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की “मेक इन इंडिया” छवि पेश करता है। अब तक सीईपीसी के देश भर में 2500 से अधिक सदस्य हैं। सीईपीसी दुनिया भर के सभी प्रमुख और विकासशील बाजारों में व्यापार प्रतिनिधिमंडल भेजता है, परिषद द्वारा प्रदर्शनियों, मेलों के माध्यम से दुनिया भर में भारतीय निर्यात को प्रदर्शित करता है और साथ ही साथ कालीन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आयातकों को आमंत्रित करता है । परिषद् द्वारा कालीन उद्योग से जुड़े बुनकरों के लिए बाल कल्याण योजना के अंतर्गत नि:शुल्क चिकित्सा के साथ साथ उनके बच्चो के लिए विद्यालय भी चलाया जाता है ।