प्रभारी को पीटने वाले जिपं सदस्य को जेल


कासिमाबाद/गाजीपुर । कोतवाली के ठीक पीछे स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कासिमाबाद पर शुक्रवार की देर शाम एक महिला का मेडिकल कराने को लेकर बाराचवर के भाजपा जिला पंचायत सदस्य व सेमउर गांव निवासी राजकुमार सिंह झाबर व उनके समर्थकों ने सीएचसी प्रभारी डा. राजेश कुमार की जमकर पिटाई कर दी । इससे आक्रोशित सीएचसी प्रभारी ने कोतवाली में तहरीर देकर आंदोलन की धमकी दी है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सक की तहरीर पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करके शुक्रवार की रात में भी झाबर सिंह को गिरफ्तार करके शनिवार को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय में ले जाते समय समर्थकों ने उन्हें छुड़ाने की भी कोशिश की, पुलिस की सख्ती के कारण वे सफल नहीं हो पाए। न्यायालय में पेशी के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। इस दौरान लोगों की भीड़ को देखते हुए थाने के आसपास भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी।
कासिमाबाद कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में सीएचसी प्रभारी डा. राजेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार को करीब 6 बजे शाम को मेरी देखरेख में सहयोगी चिकित्सक डॉक्टर अमित कुमार प्रियदर्शी पुत्र स्वर्गीय केदार राम निवासी हकीकतपुर निकट राज पैलेस थाना दक्षिण टोला जिला मऊ द्वारा आरती पत्नी दिवाकर निवासी सलेमपुर जिला गाजीपुर उम्र 21 वर्ष का मेडिकल रिपोर्ट बनाई जा रही थी तभी राजकुमार सिंह झाबर पुत्र अज्ञात व रिंकू सिंह आरीपुर थाना नोनहरा, सिद्धांत सिंह पुत्र शेषनाथ सिंह निवासी महुआरी थाना कासिमाबाद, आशीष सिंह पुत्र चंद्रभान सिंह निवासी ग्राम उपाधि कासिमाबाद व तीन अज्ञात व्यक्ति मेरे हॉस्पिटल कैंपस में घुस आए मुझे गाली गलौज करते हुए बोले कि आरती का मेडिकल किसने बनाया है। मैं कुछ बोला भी नहीं, तभी झाबर सिंह एवं उनके समर्थक मिलकर लाठी-डंडे लेकर मारने पीटने लगे। साथ ही मेडिकल रिपोर्ट को फाड़ दिया। मैं भागकर अपनी जान बचाने के लिए अपने आवास में घुसा तो पीछे की तरफ से दौड़ाकर मेरे आवास में घुस गए। चूंकि मैं दलित जाति का हूं इसलिए जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे। और लाठी डंडे से पीटकर मुझे घायल कर दिया। आवाज सुनकर मेरी पत्नी सुप्रिया कुमारी व मेरे बेटे रिशु राज, स्टाफ नर्स मीरा देवी के पति अवधेश कुमार जूही और उनके पास आए और फिर मुझे पिटने लगे। जिससे मुझे गंभीर चोट लगी है। इस घटना के बाद प्रभारी चिकित्साधिकारी ने सीधे मामले की जानकारी डीएम, एसपी एवं सीएमओ को दी और फिर थाने में तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर उक्त आरोपियों के खिलाफ 147,148, 323, 504, 506, 307, 332,333 ,353, 427, 452, और तीन 1 द, तीन 1 ध और तीन 2 वाईए के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी। चिकित्सकाधिकारी संघ का जब दवाब पुलिस पर बढ़ा तो रात्रि में ही सेमउर गांव निवासी झाबर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, और पूछताछ की। इस घटना की जानकारी होने पर सुबह उनके समर्थक थाने पहुंचे। जब कागजी कार्रवाई के बाद सवा बारह बजे पुलिस झाबर को लेकर न्यायालय ले जाने लगी तथा उनके समर्थक झाबर को गाड़ी से उतारना चाहे। लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके। इस घटना की पूरे कासिमाबाद में काफी चर्चा हो रही है।