दुनिया के लाखों लोगों की मौत का जिम्मेदार कोरोना वायरस किस शहर से दुनिया में फैला है ये सवाल अब हमेशा के लिए सवाल बनकर ही रह जाएगा।अमेरिकी खुफिया एजेंसियां कोविड-19 की उत्पत्ति की पहचान में नाकामयाब साबित हुई हैं। एजेंसियों ने अपनी समीक्षा कहा है कि शायद इस बात का कभी पता न चल सके कि कोरोना वायरस जानवरों से इंसानों में आया या एक प्रयोगशाला से लीक हुआ है। द ऑफिस ऑफ़ द यूएस डायरेक्टर ऑफ़ नेशनल इंटेलिजेंस (ODNI) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सार्स-कोवि-2 ने पहले मनुष्यों को कैसे संक्रमित किया ये भरोसे के साथ नहीं कहा जा सकता है। ये प्रयोगशाला से निकली है या एक प्राकृतिक उत्पत्ति इसको लेकर विश्लेषकों की राय भिन्न है।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति जैविक हथियार के तौर पर हुई?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार ओडीएनआई ने उन सुझावों को भी खारिज कर दिया कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति एक जैव हथियार के रूप में हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया इस थ्योरी के समर्थकों के पास “वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी तक सीधी पहुंच नहीं है” और उन पर दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाया गया है। शुक्रवार को जारी की गई रिपोर्ट 90-दिवसीय समीक्षा का एक अपडेट है जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने अगस्त में जारी किया था। चीन को वैश्विक महामारी के प्रभावों के लिए कितना दोषी ठहराया जाए, अमेरिका में इस बात पर गहन राजनीतिक अंतर्विरोध के बीच अध्ययन करने के आदेश दिए गए थे।
ट्रंप ने बताया था चाइनीज वायरस
घातक महामारी ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया और डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव में हार का भी सामना करना पड़ा। उनके कई समर्थकों ने कोविड-19 को “चाइनीज वायरस” के रूप में संदर्भित किया। चीन के वुहान शहर का सी-फ़ूड मार्केट. कोविड-19 के कई सारे शुरुआती मामले इसी जगह सामने आए थे। मगर 18 महीने बीत जाने के बावजूद अब तक पता नहीं चल पाया है कि बेहद ख़तरनाक कोरोना वायरस इस मार्केट तक आख़िर पहुंचा कैसे। कुछ अमेरिकी जासूसी एजेंसियों ने इस स्पष्टीकरण का पुरजोर समर्थन किया था कि वायरस की उत्पत्ति प्रकृति में हुई थी। लेकिन इसकी बहुत कम पुष्टि हुई है कोविड की उत्पत्ति संक्रमित जानवर या संबंधित वायरस से हुई है। एक एजेंसी ने कहा कि उसे ठीकठाक भरोसा है कि पहला संक्रमण लैब का नतीजा था।