चीन ने पहली बार माना गलवान में मारे गए हमारे सैनिक, लेकिन फिर बोला ये बड़ा झूठ


नई दिल्‍ली: गलवान घाटी में हुई झड़प को लेकर धोखेबाज चीन का बड़ा कबूलनामा सामने आया है। चीन ने पहली बार ये माना है कि गलवान घाटी की झड़प में उसके सैनिकों की भी मौत हुई थी। चीन की सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने माना है कि गलवान घाटी में चीन की सेना को भी काफी नुकसान पहुंचा था और इस झड़प में कई जवानों की जान गई थी।

राजनाथ सिंह के बयान पर एक भारतीय समाचार रिपोर्ट को टैग करते हुए ग्लोबल टाइम्स के एडिटर-इन-चीफ हू जिजिन ने एक ट्वीट में कहा, “जहां तक मुझे पता है, 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की मौत भारतीय सैनिकों की 20 मौतों से कम है। कोई चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों द्वारा कब्जे में नहीं लिया गया, लेकिन पीएलए ने उस दिन कई भारतीय सैनिकों को पकड़ लिया।”

40 से अधिक वर्षों में लद्दाख क्षेत्र में जून संघर्ष भारत और चीन के बीच सबसे बुरी हिंसा थी। चीन ने अभी तक मारे गए अपने सैनिकों का आंकड़ा जारी नहीं किया है। 15 जून को गलवान घाटी में हुई झड़पों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा था कि भारतीय सैनिकों ने “चीनी पक्ष को अधिक चोट पहुंचाई।” राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि देश को “पूर्ण विश्वास” होना चाहिए कि सशस्त्र बल हमेशा खड़े रहेंगे और देश को गौरवान्वित करेंगे।

अप्रैल-मई से लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव चल रहा है, लेकिन 15 जून को गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद ये कई गुना बढ़ गया, क्‍योंकि इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। हालांकि चीनी पक्ष के भी सैनिक मारे गए, लेकिन उसने अभी तक इसका विवरण नहीं दिया गया है।

29 और 30 अगस्त की मध्यरात्रि को चीन ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे में भारतीय क्षेत्र पर कब्जे का असफल प्रयास करने के बाद स्थिति फिर से बिगड़ गई थी।

राजनयिक और सैन्य स्तर की वार्ता के कई दौर विवाद को हल करने में विफल रहे हैं। हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की, जहां दोनों ने विवाद पर सहमति बनाई और विघटन के लिए 5-बिंदु रोडमैप पर सहमति व्यक्त की।

हालांकि, इस बैठक के तुरंत बाद एक और झड़प की सूचना दी गई थी और भारतीय और चीनी सैनिकों ने 8 सितंबर को हवा में चेतावनी शॉट्स लगाए।

ग्लोबल टाइम्स चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के आधिकारिक अखबार पीपल्स डेली द्वारा प्रकाशित किया जाता है। ट्वीट में स्क्रीनशॉट के साथ ‘नकली समाचार’ की मुहर लगाई गई है, जिसमें भारतीय मीडिया रिपोर्ट में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बयान का जिक्र करते हुए कहा है कि भारत ने लड़ाई के दौरान चीनी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया।