नई दिल्ली। एक खबर के अनुसार भारत की परमाणु रणनीति का फोकस अब पाकिस्तान से हट कर चीन पर शिफ्ट हो रहा है। अमेरिका की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। बुलेटिन आॅफ एटॉमिक साइंटिस्ट्स में प्रकाशित एक स्टडी का दावा है कि डोकलाम के बाद भारत की परमाणु नीति में बदलाव आया है। चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत ने अपने परमाणु सुरक्षा रणनीति में बड़ा फेरबदल किया है। अब चीन की राजधानी बिजिंग भी भारतीय परमाणु मिसाइलों की जद में आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत वर्तमान में जमीन-हवा और पानी से परमाणु हमला करने में सक्षम है। भारत के पास समुद्र से भी बैलेस्टिक मिसाइलों के जरिए परमाणु हमला करने की ताकत है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान को छोड़ परमाणु नीति को चीन पर केंद्रित किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जल-थल नभ से परमाणु हमला करने में भारत सक्षम है। लद्दाख में भारतीय वायुसेना ने बड़ी तैयारियां शुरू की हैं। सैनिक और साजो-सामान को अग्रिम मोर्चे तक पहुंचाया जा रहा है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है। फिंगर 4 से चीन के सैनिक अभी तक हटे नहीं हैं बल्कि एलएसी पर 40 हजार सैनिक भी तैनात कर दिए हैं।
चीन ने हमारी कमजोरी पकड़ ली तो होगी मुसीबत : राहुल
नई दिल्ली। राहुल गांधी ने गुरुवार को केंद्र और पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया कि “प्रधानमंत्री अपनी छवि बनाने पर 100% केंद्रित हैं। भारत के संस्थान इस कार्य को
करने में व्यस्त हैं। एक व्यक्ति की छवि राष्ट्रीय दृष्टि के लिए एक विकल्प नहीं है। राहुल गांधी ने एक वीडियो के साथ ये पोस्ट किया। वीडियो में गांधी पिछले महीने गलवान घाटी के चेहरे के बाद चीन के साथ भारत के संबंधों के बारे में बात करते दिखे। गांधी ने कहा कि अगर चीन ने हमारी कमजोरी पकड़ ली तो यह एक समस्या होगी।