चीन द्वारा अमेरिकी विमानन कंपनियों की उड़ानों को रद्द किए जाने का दबाव बनाए जाने के जवाब में अमेरिका ने 44 चीनी यात्री उड़ानों को निलंबित कर दिया है। अमेरिकी परिवहन विभाग के आदेश से चीन की चार विमानन कंपनियां प्रभावित होंगी। इससे कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों को लेकर दोनों देशों के बीच चल रहा पुराना विवाद और बढ़ गया है। चीन ने डेल्टा एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस के कुछ यात्रियों के वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इन विमानन कंपनियों की उड़ानों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
चीन ने लिया था ये फैसला
चीन के विमानन प्राधिकरण ने अमेरिकी की 10, डेल्टा की 14 और यूनाइटेड एयरलाइंस की 20 फ्लाइट्स को रद्द करने के लिए सर्किट ब्रेकर नीति का इस्तेमाल किया। जब टेकऑफ़ से पहले कोविड के लिए निगेटिव परीक्षण करने वाले यात्रियों ने बाद में चीन पहुंचने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वॉशिंगटन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू का कहना है कि चीन जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पॉलिसी एक बराबर है।
अमेरिका ने की जवाबी कार्रवाई
अमेरिका ने कहा है कि चीन के कदमों ने किसी अन्य देश की विमानन कंपनियों की हर देश में पहुंच संबंधी संधि का उल्लंघन किया है। परिवहन विभाग ने कहा कि चीन का अमेरिकी विमानन कंपनियों की 44 उड़ान बाधित करने का फैसला ‘‘जनहित के विरुद्ध है और इसके खिलाफ विभाग को समान अनुपात में जवाबी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।’’ अमेरिकी आदेश के तहत 30 जनवरी से 29 मार्च के बीच एयर चाइना, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस, चाइना सदर्न एयरलाइंस और शियामेन एयरलाइंस की 44 उड़ान रद्द की जाएंगी।