नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लद्दाख क्षेत्र में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव चरम पर है। जहां एक तरफ चीन अपनी साजिश को अंजाम देने में लगा है तो दूसरी तरफ सोमवार को इंडियन आर्मी ने मानवता का पाठ चीनी सेना को पढ़ाया है। अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पार कर भारतीय क्षेत्र में दाखिल हो गए चीनी जानवरों को भारत ने वापस चीनी सेना को सौंप दिया। सेना की ईस्टर्न कमांड की तरफ से इसकी जानकारी और फोटो ट्विटर पर शेयर की गई है।
31 अगस्त को चरते हुए हो गए थे दाखिल
ईस्टर्न आर्मी कमांड की तरफ से किए गए ट्वीट में बताया गया है, ‘मानवता का प्रदर्शन करते हुए, सेना ने उन 13 याक और चार बछड़ों को चीन को सौंप दिया है जो 31 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट कमांग में दाखिल हो गए थे।’ सेना ने बताया है कि सात सितंबर यानी सोमवार को इन्हें चीन को सौंपा गया है। चीनी अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे और उन्होंने इस भावना के लिए सेना का शुक्रिया अदा किया है। जिस समय भारतीय सेना चीन के जानवरों को लौटा रही थी, उसी समय चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के जवान फायरिंग के साथ ही रेजांग ला में घुसपैठ की कोशिशें कर रहे थे। सोमवार को फायरिंग की घटना के बाद लद्दाख में हालात बिगड़ गए हैं। इससे अलग नॉर्थ सिक्किम में भी सेना ने तीन चीनी नागरिकों की जिंदगी बचाई थी।
तीन सितंबर को बचाई चीनी नागरिकों की जिंदगी
इंडियन आर्मी ने तीन सितंबर को 17,500 फीट की ऊंचाई पर मुश्किल हालातों में फंसे तीन चीनी नागरिकों की जिंदगी बचाई थी। ये नागरिक यहां पर फंस गए थे। उन्हें सेना की तरफ से ऑक्सीजन मुहैया कराया गया। साथ ही बाकी जरूरी चिकित्सीय सहायता भी उपलब्ध कराई गई। ऑक्सीजन के अलावा इन चीनी नागरिकों को खाने-पीने का सामान दिया और गर्म कपड़े भी उपलब्ध कराए गए। उन्हें सही रास्ता भी बताया ताकि वो अपने गंतव्य तक लौट सकें। जिन नागरिकों की जान बचाई गई है उसमें से दो पुरुष और महिला थी। सेना की तरफ से इस पर जानकारी दी गई है। सेना ने बताया है, ‘भारतीय सैनिक तुरंत ही इन तक पहुंचे और उन्हें चिकित्सीय मदद मुहैया कराई। उन्हें खाने का सामान और गर्म कपड़े दिए गए ताकि वह अत्यधिक ऊंचाई पर मुश्किल परिस्थितियों में सुरक्षित रह सकें।’ चीनी नागरिकों ने भी भारत और भारतीय सेना को उनकी जान बचाने पर थैंक्यू कहा है। इस खबर को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया गया और लोग चीन को नसीहत दे रहे हैं कि वह भारत की सेना से कुछ सीखे।