जब जान पर बन आई तो साफ-सफाई याद आई


वाराणसी (काशीवार्ता)। कोरोना से बचने को जिंदगी के लिए मची जद्दोजहद के बीच यह लोगों को स्वच्छता का पाठ भी पढ़ा रहा है। यूं कहें कि जब लोगों की जान पर बन आयी तो सभी को साफ सफाई की याद आ रही है। राष्टÑपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत की परिकल्पना को साकार करने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब वर्ष 2014 में पहली बार देश की बागडोर संभाली तो सर्वप्रथम उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत हर देशवासी के दिलों में स्वच्छता की अलख जगाने का प्रयास किया। पीएम ने इसके लिए न केवल झाड़ू लगाया बल्कि कूड़ा उठाने के साथ सफाई कर्मियों का पैर धोकर देश व समाज में उनकी भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है यह बताते हुए संदेश देने का कार्य किया। अबजबकि कोरोना से विश्व कांप रहा है वहीं भारत में इससे लड़ने के लिए युद्धस्तर पर देशवासी कमर कस रहे। सरकार इसको लेकर पूरी तरह से सतर्क है। शासन-प्रशासन के निर्देश पर जबर्दस्त एहतियात बरती जा रही है। अन्तर्राष्ट्रीय उड़ानों पर जहां प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं रेलवे ने कई महत्वपूर्ण टेÑनों का परिचालन ठप कर दिया है। माल, मल्टीप्लैक्स, होटल, पर्यटन स्थल जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में भी ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दिया गया है।