वाशिंगटन। कोरोना वायरस से दुनियाभर में मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिका जैसे विकसित देश में इस संक्रामक बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 105 पर पहुंच गई है और यह विषाणु उसके सभी 50 राज्यों तक फैल गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हालात को संभालने के लिए युद्ध जैसे प्रयास तेज कर दिए हैं जिनमें अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए एक हजार अरब डॉलर का पैकेज देना भी शामिल है।
कोविड-19 से अमेरिका में पहली मौत का मामला 26 फरवरी को वाशिंगटन से सामने आया था। एक महीने से ही कम समय में मृतकों की संख्या 100 से अधिक हो गई। देश में संक्रमित मामलों की संख्या 6,500 पार कर गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने 10 से अधिक लोगों के एकत्रित न होने का अनुरोध किया है। उन्होंने उनसे घरों के भीतर रहने और जितना संभव हो सके उतना घर से काम करने के लिए कहा है। देशभर में स्कूल, कार्यालय, बार, रेस्तरां और कई स्टोर बंद हैं। न्यूयॉर्क के मेयर ने कहा कि शहर के 80 लाख 60 हजार निवासियों को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए अगले 48 घंटे के भीतर किसी भी समय घर पर रहने का आदेश मिलने के लिए तैयार रहना चाहिए।
इसके साथ ही कोरोना वायरस के कारण आर्थिक सुस्ती से बुरी तरह प्रभावित अमेरिकियों को राहत देने के लिए ट्रम्प ने उन्हें जल्द से जल्द सीधे पैसा भेजने का निर्देश दिया है। कोरोना वायरस का केंद्र रहे चीन के वुहान शहर में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन केवल एक मामले की पुष्टि हुई। हालांकि देश में इस बीमारी से 11 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 3,237 पर पहुंच गई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से 11 और लोगों की मौत हुई तथा 13 नए मामलों की पुष्टि हुई।
वुहान और हुबेई प्रांत 23 जनवरी से बंद हैं। हालांकि अब सरकार ने वहां कई उद्योगों और कारोबारों को बहाल करने की योजनाएं शुरू कर दी है। फ्रांस में कोरोना वायरस से 27 और लोगों की मौत के साथ मरने वाले लोगों की संख्या 175 पर पहुंच गई है। फ्रांस के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी जेरोम सालोमन ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि देश में संक्रमित मामलों की संख्या अब 7,730 पर पहुंच गई है।
उनकी यह टिप्पणियां तब आई है जब फ्रांस में लोगों को घरों में रहने तथा सभी गैर आवश्यक गतिविधियों को रोकने का ऐलान किया गया है। फ्रांस के प्रधानमंत्री एडुआर्ड फिलिप ने कहा कि अगर ब्रिटेन कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शहरों को बंद करने में नाकाम होता है तो फ्रांस ब्रिटिश यात्रियों को देश में प्रवेश करने से रोक सकता है। तुर्की ने भी कोरोना वायरस से पहली मौत की पुष्टि की है। देश में संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 98 पर पहुंच गई है। वहीं, कई विश्व नेताओं ने कोरोना वायरस के कारण शहरों के कई हफ्तों या महीनों तक बंद रहने की आशंका जताई है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशवासियों से कई हफ्तों या महीनों तक घरों में रहने और कारोबार बंद रहने के लिए तैयार रखने का अनुरोध किया है। आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने भी आगाह किया कि देश में कोरोना वायरस की आपात स्थिति गर्मियों तक जारी रह सकती है। सरकार ने पहले ही स्कूल, विश्वविद्यालय और पब 29 मार्च तक बंद कर दिए हैं। 100 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर भी पाबंदी है। बेल्जियम की प्रधानमंत्री सोफी विल्म्स ने भी लोगों को कम से कम पांच अप्रैल तक घरों में रहने के लिए कहा है। केवल उन लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी जिन्हें चिकित्सा सेवा की आवश्यकता होगी या वे किसी आवश्यक व्यवसाय में काम कर रहे होंगे।
डेनमार्क ने भी 10 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाने और सुपरमार्केट तथा दवाई की दुकानों के अलावा ज्यादातर दुकानों को बंद करने का ऐलान किया है। डेनमार्क में 1,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं तथा चार लोगों की मौत हो चुकी है। ऑस्ट्रेलिया ने भी कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए अपने नागरिकों को विदेश की यात्रा रोकने का बुधवार को आदेश दिया। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 100 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक के साथ ही विदेश यात्रा पर ‘‘अनिश्चितकाल के प्रतिबंध’’ की घोषणा की।
मॉरिसन ने इस महामारी पर कहा, ‘‘यह 100 साल में एक बार होने वाली घटना है। हमने प्रथम विश्व युद्ध के अंत से लेकर अब तक ऑस्ट्रेलिया में इस तरह की चीज नहीं देखी है।’’ दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन शहर के तट पर एक क्रूज जहाज और मालवाहक जहाज पर कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका में 1,700 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।
कोरोना वायरस के संकट के बीच वेनेजुएला ने कहा कि उसने पहले से ही लचर अर्थव्यवस्था के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से पांच अरब डॉलर का आपात कर्ज मांगा है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र और नौ देशों ने लीबिया में युद्धरत पक्षों से स्वास्थ्य अधिकारियों को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने के लिए संघर्ष बंद करने का आह्वान किया है। अल्जीरिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, ब्रिटेन और अमेरिका के राजदूतों के साथ-साथ लीबिया में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों तथा ट्यूनीशिया और संयुक्त अरब अमीरात की सरकारों ने ‘‘मानवीय युद्ध विराम’’ की अपील की है। वहीं, यूरोपीय संघ परिषद के प्रमुख चार्ल्स मिशेल ने कहा कि अगले सप्ताह होने वाला यूरोपीय संघ नेताओं का शिखर सम्मेलन कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर वीडियो कांफ्रेंस के जरिए होगा।