देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है और संक्रमण के मामले बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं. बढ़ते मामलों के बीच आजतक ने कुछ विशेषज्ञों के जरिए यह जानने की कोशिश की कि देश में दूसरी लहर कहां से आई और इसके समाधान के लिए क्या बड़े विकल्प हो सकते हैं.
कोरोना की दूसरी लहर का कहर क्यों बरपा, इस पर आईसीएमआर के पूर्व वैज्ञानिक डॉक्टर रमन गंगाखेडकर ने आजतक से कहा कि अभी जो आंकड़े बढ़ रहे हैं उसके बारे में सोचना हमारे बस में नहीं है. पैनिक होना या डरना इससे कोई फायदा नहीं होना है. बार-बार यही कहा जा रहा है कि नया वैरिएंट आया होगा. नए वैरिएंट की वजह से तेजी से मामले बढ़ रहे हैं लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता. मुझे लगता है कि हमने कोरोना संयमित व्यवहार में कम किया इस वजह से मामले बढ़ रहे हैं. शादियों में काफी लोग शामिल हो रहे थे. कोरोना के मामले कम हो रहे थे इसलिए लोग लापरवाह हो गए.
सारे नियमों का पालन करेंः डॉक्टर रमन
उन्होंने आगे कहा कि हमें बढ़ती संख्या से नहीं डरना है. डरे तो हम कुछ नहीं कर पाएंगे. सारी चीजें हमारे हाथ में हैं. कोविड संयमित व्यवहार का पालन करना होगा. सरकार जो कदम उठा रही है वो हमें याद दिलाने के लिए कर रही है. हमें सारे नियमों का पालन करना होगा. यह सिर्फ हमारे परिवार तक ही सीमित नहीं है. साथ ही टीका लगवाना होगा. बारी आने पर लोग टीका लगवाएं. लॉकडाउन पर कहा कि ऐसा करना बहुत गलत होगा और इसे हम सहन नहीं कर पाएंगे.
दूसरी लहर पर कैसे पाएं काबू
कोरोना की दूसरी लहर और अमेरिका तथा भारत के बीच तुलना किए जाने से जुड़े सवाल पर अमेरिका के केमिकल बायोलॉजी के एचओडी डॉक्टर असीम अंसारी ने कहा कि टीकाकरण करना जरूरी है लेकिन टीकाकरण के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना बेहद जरूरी है. इन सब चीजों का ख्याल रखना है. रंग बदल-बदल कर नए-नए वायरस आ रहा है और इसे संभालना कठिन है. लेकिन टीका लगवाना जरूरी है. यहां पर टीका लगवाने पर जोर दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भारत में बने वैक्सीन काफी प्रभावशाली हैं. वैक्सीन जल्द से जल्द लोगों को लगाया जाए. वैक्सीन में उत्पादन बढ़ने से सभी लोगों को वैक्सीन लग जाएगी. लेकिन जो दूसरी लहर आई है इसकी वजह यह है कि वायरस बार-बार भेष बदलता जाता है जब-जब वायरस से लोग संक्रमित होते हैं तब-तब यह अपना भेष बदलता जाता है. अगर आप बाहर वाले वायरस पर फोकस करते हैं तो गलत है क्योंकि भारत में खुद से वायरस बढ़ता जा रहा है और भेष बदलता जा रहा है. जहां उसे मौका मिलता है वहां यह बढ़ जाता है.
वैक्सीन कितना प्रभावकारी है, आजतक के साथ खास बातचीत में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक डॉक्टर अमितेश आनंद ने कहा कि वैक्सीन के 2 असर होते हैं. पहला संक्रमण को नियंत्रित करना. दूसरा, अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में कमी करना. वैक्सीन का काम इसके लक्षण को रोकना भी होता है. मौत के आंकड़े को काफी हद तक कम करता है. वैक्सीन लेने के बाद भी पॉजिटिव होना कोई बड़ी बात नहीं क्योंकि वो हल्के लक्ष्ण होते हैं.
क्या बच्चों की परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाना चाहिए, आजतक के साथ खास बातचीत में डॉक्टर रमन ने कहा कि अब तक केंद्र और राज्य सरकार जो बेहद जरुरी नहीं है वो परीक्षाएं रद्द कर रही हैं. अहम परीक्षाओं को लेकर सरकारें विचार कर रही हैं. डॉक्टर असीम अंसारी ने कहा कि अमेरिका में अब बच्चों को टीका लगवाने की तैयारी का जा रही है. बच्चों को टीका लगवाया जाना चाहिए. फिलहाल के लिए परीक्षाएं रद्द की जा सके तो रद्द कर दिया जाना चाहिए.