देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच आज से बूस्टर डोज की शुरुआत हो गई है। देश के विभिन्न वैक्सीन सेंटर पर बूस्टर डोज लगाई जा रही है। बूस्टर डोज उन लोगों को लगाई जा रही है जिन्हें वैक्सीन की दो खुराक पहले ही दी जा चुकी है। इसके साथ ही अगर आपने कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों डोज ली है तो बूस्टर भी कोविशील्ड ही लग रही है। जानकारी के मुताबिक कोरोना की सेकंड डोज और बूस्टर डोज के बीच कम से कम 9 महीने का अंतराल होना चाहिए। बूस्टर डोज के लिए कोविन पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक निजी और सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण सबसे पहले किया जाएगा। इसके साथ ही जिन लोगों की उम्र 60 साल से अधिक है और वह दूसरे बीमारियों से भी ग्रसित है तो बिना किसी रजिस्ट्रेशन या सर्टिफिकेट के भी वैक्सीन लग जाएगी। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जरूर कहा है कि तीसरी डोज लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी ली जाए। अगर आपने बूस्टर डोज लगवा ली है तो आपको हमेशा की तरह एक सर्टिफिकेट भी मिलेगा जो कि आपके रजिस्ट्रेशन मोबाइल नंबर पर आ जाएगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के चलते तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मामलों को देखते हुए देश में महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और जिलों में पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा तैयार करने और किशोरों के टीकाकरण अभियान को मिशन मोड के आधार पर बढ़ावा देने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कोराना वायरस के बदलते स्वरूप का उल्लेख करते हुए जांच और टीकों के अलावा ‘जीनोम सिक्वेंसिंग’ सहित अन्य संबंधित मामलों के शोध की आवश्यकता पर बल दिया।