देश में ओमीक्रोन ने पकड़ी रफ्तार, संक्रमितों का आंकड़ा 100 के पार, गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दे रही सरकार


देश में कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमीक्रोन ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में ओमीक्रोन से संक्रमित मरीजों की संख्या 109 हो गई है। शाम तक यह 101 थी लेकिन ताजा मामला महाराष्ट्र से आया है जहां 8 नए मामले पाए गए है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या 40 हो गई है। महाराष्ट्र के अलावा दिल्ली में 22, राजस्थान में 17, कर्नाटक में आठ, तेलंगाना में आठ, गुजरात में पांच, केरल में पांच, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक मामला सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में ओमिक्रोन के जो अधिकतर मामले आए हैं उनकी ट्रैवल हिस्ट्री है या वो ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों के संपर्क में आए हैं। 

इसके साथ ही सरकार की ओर से कहा गया है कि ओमीक्रोन स्वरूप यूरोप और दुनिया के अन्य हिस्सों में तेजी से फैल रहा है और लोगों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने की जरूरत है। सामूहिक समारोहों और नए साल के जश्न को बड़े स्तर पर आयोजित नहीं किए जाने की भी सलाह दी जा रही है। सरकार ने कहा कि पिछले 20 दिनों से कोविड संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम हैं, लेकिन ओमीक्रोन स्वरूप और अन्य देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है। सरकार ने डब्ल्यूएचओ के हवाले से बताया कि ऐसी आशंका है कि जहां सामुदायिक प्रसार (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) होता है, वहां ओमीक्रोन संक्रमण डेल्टा स्वरूप से आगे निकल जाएगा। देश में कोविड-19 की स्थिति पर सरकार ने कहा कि 19 जिलों में साप्ताहिक कोविड संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच है और पांच जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर है।

सरकार ने शुक्रवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप इसके डेल्टा स्वरूप की तुलना में अधिक तेजी से फैलता है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ भारती पवार ने लोकसभा में रंजीता कोली, रितेश पांडेय, संजय सेठ, मनोज कोटक, एन के प्रेमचंद्रन, सौगत राय, हेमा मालिनी, रवनीत सिंह और एस जोतमणि समेत कुछ सदस्यों के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही। पवार ने अपने उत्तर में कहा, ‘‘विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मौजूदा सीमित साक्ष्यों के आधार पर ओमीक्रोन स्वरूप डेल्टा स्वरूप की तुलना में अधिक तेजी से फैलता है। ओमीक्रोन की क्लीनिकल गंभीरता पर अभी सीमित डाटा ही उपलब्ध है और इसकी गंभीरता को समझने के लिए और अधिक आंकड़ों की आवश्यकता है।’’