काशी में अब गंगा की लहरों पर क्रूज के दौड़ने का समय नजदीक आ रहा है। बनारस आने वाले पर्यटक और काशी के लोग इसकी सवारी कर सकेंगे। गंगा किनारे मनमोहक दृशयों को देख सकेंगे। वहीं, क्रूज पर शादी कराने भी हो सकेगी। दूल्हा-दुल्हन इस पर बरातियों के साथ सात फेरे ले सकेंगे। गंगा की लहरों का लुत्फ उठाते हुए परिवार के लोग रस्में निभा सकेंगे।
काशी से मिर्जापुर जिले के चुनार के बीच पांच सितंबर से क्रूज का संचालन शुरू होने जा रहा है। पर्यटकों को लेकर सप्ताह में एक दिन, रविवार को क्रूज काशी से चुनार पहुंचेगा और उसी दिन वापस भी आ जाएगा। यह सफर आठ घंटे का होगा। सैलानियों की जरूरत और मांग को देखते हुए क्रूज का फेरा बढ़ाया जा सकता है। देखें अगली स्लाइड्स…
मिर्जापुर जिले का चुनार क्षेत्र भी क्रूज संचालन से जुड़ने जा रहा है। सितंबर से शुरू हो रहे पर्यटन सीजन में काशी से चुनार के बीच सैम मानिक शाह क्रूज चलेगा। सुबह नौ से साढ़े नौ बजे काशी से क्रूज चलेगा और शूलटंकेश्वर पर उसका स्टापेज होगा। काशी से चुनार का सफर चार घंटे का होगा।
चुनार किला घूम सकेंगे सैलानी
चुनार पहुंचने के बाद सभी सैलानियों को चुनार किला घुमाया जाएगा और भारत के समृद्ध इतिहास से रूबरू कराया जाएगा। इस दौरान गाइड और टूर एंड ट्रैवेल्स के लोग भी साथ होंगे। चुनार किले का समय दो घंटे का होगा। वहीं वापसी यात्रा का समय भी दो से ढाई घंटे का होगा। शाम छह बजे तक क्रूज सैलानियों को लेकर वापस काशी पहुंच जाएगा।
क्रूज में सैलानी उठा सकेंगे स्ट्रीट फूड का लुत्फ
क्रूज में सफर का शुल्क प्रति व्यक्ति तीन हजार रुपये निर्धारित किया गया है। सफर के दौरान पर्यटक काशी के व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकेंगे। सबेरे नाश्ता और पूरा लंच दिया जाएगा। वापसी में स्नैक्स के साथ चाय मिलेगी।
अलकनंदा क्रूजलाइन के निदेशक विकास मालवीय ने बताया कि चुनार तक के लिए क्रूज का संचालन पांच सितंबर से शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए किराया और समय भी निर्धारित कर दिया गया। प्रति व्यक्ति तीन हजार रुपये टिकट दर निर्धारित कर दिया गया। टिकट में ही ब्रेकफास्ट, लंच और शाम में स्नैक्स परोसा जाएगा। यह सब शुद्ध शाकाहारी होगा। अभी यह सेवा हर रविवार को उपलब्ध होगी। आवश्यकता पड़ने पर इसके फेरे बढ़ाए जाएंगे।