नई दिल्ली, : देश में एक बार फिर से बढ़े कोरोना वायरस के मामलों के बीच वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि महामारी की तीसरी लहर इसी महीने यानी अगस्त में आ सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर के दौरान देश में संक्रमण के दैनिक मामले 1 लाख से लेकर 1.5 लाख तक पहुंच सकते हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिसर्च को हैदराबाद और कानपुर के आईआईटी में मथुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में उनकी टीम ने पूरा किया है और बताया है कि अक्टूबर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर अपने पीक पर हो सकती है।
हालांकि रिसर्च में बताया गया है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर, दूसरी लहर के जितनी घातक नहीं होगी। गौरतलब है कि महामारी की दूसरी लहर के दौरान देशभर में हर रोज कोरोना वायरस के 4 लाख से ज्यादा केस मिले थे और इसके बाद मामले घटने शुरू हुए। वैज्ञानिकों की यह नई रिसर्च गणितीय मॉडल के आधार पर की गई है। रिसर्च में शामिल आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर मथुकुमल्ली विद्यासागर ने इससे पहले मई में गणितीय मॉडल के आधार पर ही बताया था कि आने वाले दिनों में कोरोना वायरस का प्रकोप अपने चरम पर पहुंच सकता है।
केरल सहित 10 राज्यों ने बढ़ाई सरकार की चिंता
हालांकि, अप्रैल में कोरोना वायरस के पीक को लेकर प्रोफेसर विद्यासागर की टीम की भविष्यवाणी गलत साबित हुई। उस समय प्रोफेसर विद्यासागर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ऐसा गलत पैरामीटर की वजह से हुआ है, क्योंकि एक हफ्ते पहले तक कोरोना महामारी तेजी से अपना रूप बदल रही थी। आपको बता दें कि इस समय केरल सहित 10 राज्य ऐसे हैं, जहां कोरोना वायरस के आंकड़े डरा रहे हैं। कोरोना के हालात को देखते हुए हाल ही में केंद्र सरकार ने मेडिकल एक्सपर्ट की एक टीम को भी केरल भेजा था। सोमवार को भी देशभर में कोरोना वायरस के 40,134 नए मामले रिकॉर्ड किए गए।