स्टार महिला निशानेबाज मनु भाकर ने दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर इंडिया एयरलाइंस के स्टाफ पर बदसलूकी और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. उन्होंने ट्विटर के जरिए कहा कि एयरपोर्ट पर उन्हें फ्लाइट में बोर्डिंग करने से रोका गया और उनके साथ जानवरों जैसा बर्ताव किया गया.
दिल्ली से मध्य प्रदेश ट्रेनिंग के लिए जा रही मनु के साथ बदसलूकी के मामले में खेल मंत्री किरन रिजिजु को दखल देना पड़ा जिसके बाद वह फ्लाइट में बोर्ड कर सकीं. शुक्रवार को भाकर ने ट्वीट किया. टोक्यो ओलंपिक्स में मेडल में प्रबल दावेदार मनु को एयरपोर्ट पर इसलिए रोका गया क्योंकि उनके पास ट्रेनिंग संबंधी बंदूकें थीं.
उन्होंने लगातार कई ट्वीट्स कर आरोप लगाया कि उनके पास डीजीसीए संबंधी सभी वैध कागजात मौजूद हैं जिसके बाद भी उन्हें बोर्ड नहीं करने दिया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि एयर इंडिया के मनोज गुप्ता उन्हें जाने की अनुमित नहीं दे रहे हैं. उन्होंने एयरलाइंस के अधिकारी पर रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया. उन्होंने ट्विटर पर पीएम मोदी, अमित शाह, हरदीप सिंह पुरी और वसुंधरा राजे को टैग करते हुए लिखा कि मुझसे 10,200 रुपये रिश्वत के तौर पर मांगे जा रहे हैं. क्या मुझे रिश्वत देनी चाहिए? मेरे पास दो बंदूक और गोलियां हैं. मैं एयरपोर्ट पर इंतजार कर रही हूं.”
उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि, मनोज गुप्ता का इंसानों की तरह बर्ताव नहीं कर रहे हैं. यह अस्वीकार्य है. वह मुझे अपराधियों की तरह ट्रीट कर रहे हैं. उनके सिक्योरिटी इंचार्ज का भी यही रवैया है. ऐसे लोगों को सलीके से बर्ताव करने की बुनियादी ट्रेनिंग दी जानी चाहिए. विमानन मंत्रालय इसका पता लगाएंगे और इन लोगों को सही जगह पहुंचाएगा. कुछ देर के बाद उन्होंने खेल मंत्री किरन रिजिजु को टैग करते हुए एक ट्वीट में धन्यवाद कहा और बताया कि उन्हें बोर्डिंग की इजाजत मिल गई है.
मनु भाकर ने इस मामले पर बयान भी जारी किया है, मनु का कहना है कि मैंने और मेरी मां ने अपने साथ जो लगेज लिया था उनका कुल भार 42.2Kg था. हम दोनों को 64 किलो तक का लगेज ले जाने की अनुमति थी. मनु का कहना है कि अधिकारी लगातार डीजीसीए की परमिट पर स्टाम्प और साइन दिखाने की मांग कर रहे थे जबकि1 जनवरी 2021 से इलेक्ट्रानिक सिस्टम आया है जिसके तहत स्टाम्प और साइन की जरूरत नहीं होता है. आईजीआई के एक भी अधिकारी इस नए नियम से वाकिफ नहीं थे.
मनु भाकर ने यह भी कहा कि सालभर में एक बार नेशनल चैंपियनशिप के लिए जाने वाले शूटरों से एयरलाइंस घूस के तौर पर प्रति हथियार 5-5.1 हजार रुपये लेते हैं. नए खिलाड़ियों को डीजीसीए/ फेडरेशन लेटर नहीं मिल पाता है. उन्होंने कहा कि मनोज गुप्ता ने लगातार 10200 रुपये की मांग की. उन्हें खुद नए नियमों के बारे में पता नहीं है. उनके सुरक्षा सहयोगी ने मेरा फोन छीनकर मेरी तस्वीरें डिलीट कर दी जो मेरी मां ने एयरपोर्ट पर क्लिक की थी.
हालांकि इस घटना के बाद कुछ खेल हस्तियों ने एयर इंडिया के सपोर्ट में ट्वीट किया है. झूलन गोस्वामी, धनराज पिल्ले और हैरी सिंह ने लिखा है कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण हैं लेकिन एयर इंडिया के कर्मचारियों का बर्ताव पूर्व में काफी सराहनीय रहा है.