गाजीपुर (काशीवार्ता)।जंगीपुर विधानसभा में मामूली वोटों से हारने वाली भाजपा दस दिसंबर को डिप्टी सीएम केशव मौर्या के रैली के बहाने अपनी ताकत विरोधी दलों को दिखाएगी। इसको लेकर भड़सर के पास भाजपा ने स्थान भी चिंहित कर लिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने भड़सर का दौरा करने के बाद बताया कि यहां पर जंगीपुर और जखनियां विधानसभा की संयुक्त रैली की जाएगी। केशव मौर्या के आगमन को लेकर भाजपा कार्यकर्तार्ओं मे उत्साह देखा जा रहा है।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जिले की पांच सीटों पर जीत का परचम उस समय की सहयोगी पार्टी रही सुभासपा के साथ मिलकर लहराया था। भाजपा ने जहां खुद मुहम्मदाबाद, जमानियां एवं सदर की सीट जीती थी। वहीं सुभासपा ने जहूराबाद एवं जखनियां में पहली बार जीत दर्ज की। हालांकि अब ओमप्रकाश राजभर एवं भाजपा के सियासी रिश्ते जुदा हो गए हैं। दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर लगातार हमलावर हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में जंगीपुर के अलावा सैदपुर में सपा जीती थी। यहां पर भाजपा प्रत्याशियों की हार को भाजपा पचा नहीं पाई थी। यही वजह रही कि करीब दो माह पहले सीएम योगी ने सैदपुर में जनसभा करके सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया था। और सपा के खिलाफ जमकर हमला बोला था। सीएम योगी की रैैली जंगीपुर विधानसभा में भी होने वाली थी। लेकिन लगातार यूपी में लग रहे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के कारण अब हारी हुई विधानसभाओं में डिप्टी सीएम केशव मौर्या एवं दिनेश शर्मा के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को लगाया गया है।
भाजपा कार्यालय को डिप्टी सीएम का कार्यक्रम मिलने के बाद जिलाध्यक्ष ने तैयारी तेज कर दी है। जंगीपुर विधानसभा में दस दिसंबर को हेलीकाप्टर से डिप्टी सीएम आएंगे। इस दौरान करोड़ों की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने जिले के भाजपा कार्यकतार्ओं से अपील किया है कि हजारों की संख्या में भड़सर पहुंचकर डिप्टी सीएम के कार्यक्रम को सफल बनाएं।
जंगीपुर में स्व. कैलाश के परिवार का रहा कब्जा
सपा के पूर्व मंत्री जंगीपुर से विधायक रहे कैलाश यादव के परिवार का इस विधानसभा सीट पर कब्जा रहा है। 2012 के चुनाव में अस्तित्व में आई जंगीपुर विधानसभा सीट से सपा का खाता कैलाश यादव ने खोला था। उन्हें अखिलेश ने पंचायती राज मंत्री भी बनाया। मगर 2016 में ही उनका निधन हो गया। उपचुनाव में उनकी पत्नी स्व. किसमतिया देवी विजयी हुई। 2017 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जिला पंचायत अध्यक्ष रहे डा. वीरेंद्र यादव को सहानुभूति का वोट मिला और भाजपा लहर के बाद भी वह चुनाव जीतने में सफल रहे। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार रामनरेश कुशवाहा को पराजित किया था। हालांकि जंगीपुर की बदहाली को लेकर जनता डा. वीरेंद्र को दोषी मानती है। पहले से उनकी लोकप्रियता में कमी भी आई है। विरोधी लगातार हमलावर हैं। इस बार बसपा ने ब्राम्हण की जगह राजपूत उम्मीदवार के रूप में डा. मुकेश को मैदान में उतारने का एलान किया है। जिससे सवर्णों वोटों में बसपा की सेंधमारी से भाजपा बेचैन है। भाजपा एक बार फिर यहां से कुशवाहा उम्मीदवार को मैदान में उतारने को लेकर विचार कर रही है।