DESH निर्माण में शिक्षा की अग्रणी भूमिका


वाराणसी(काशीवार्ता)। धीरेन्द्र महिला पी.जी. कॉलेज की स्थापना के 20 वर्ष पूरा होने के क्रम में सोमवार को वार्षिकोत्सव व वार्षिक पत्रिका ‘प्रगति-2022’ का विमोचन किया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में छात्राओं ने संगीत, नृत्य और नाटक के माध्यम से समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रस्तुत किया तथा भारतीय संस्कृति के विविध रंगों को मनमोहक अंदाज में प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन द्वारा उपलब्धि हासिल करने वाली कुल 50 छात्राओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि इनवर्टिस यूनिर्वसिटी बरेली के भूतपूर्व कुलपति प्रो. जगदीश राय ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षा की। अग्रणी भुमिका है। शिक्षा ही वह माध्यम है, जिससे आने वाले दौर की प्राथमिकताएं तय होती है। उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने कहा कि नई पीढ़ी को शिक्षा के मूल्यों से परिचित कराते हुए यह सोच विकसित करना होगा कि युवा भीड का हिस्सा न बनते हुए नेतृत्व द्वारा अपनी पहचान बनायें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। प्राचार्या डॉ. नलिनी मिश्रा ने कहा कि शिक्षा आज बहुआयामी और बहुविकल्पीय हो गयी है, जिसमें हर किसी को अपनी रूचि के अनुसार विकल्प चयन कर आगे बढ़ने की आजादी है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रतिक्षा सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शालिनी विश्वकर्मा ने किया।