वाराणसी। ज्ञानवापी के बाद अब पंचगंगा घाट स्थित माधव राव धरहरा पर नमाज पर प्रतिबंध लगाने व पूजा पाठ करने की मांग, को लेकर एक याचिका दायन की गयी है। सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में मंगलवार को याचिका दायर किया गया। बिंदु माधव मंदिर को औरंगजेब द्वारा तोड़कर मस्जिद बनाए जाने के मामले को दर्ज करते हुए मूल वाद संख्या 225 दर्ज किया गया।
याचिका में वादी की तरफ से कहा गया है कि सिंधिया घाट के बगल में स्थित पंचगंगा घाट पर कई हजार वर्ष पुराने बिंदुमाधव नाम से प्रसिद्ध भगवान विष्णु का मंदिर स्थापित था। उसमें हिंदू धर्म से जुड़े आस्था रखने वाले लोग नित्य पूजा पाठ अर्चना व दर्शन भोग आरती बिना किसी विघ्न के किया करते थे। मुस्लिम शासकों द्वारा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर व बिंदु माधव मंदिर का औरंगजेब के आदेश पर ध्वस्त किया गया। उसके बाद से अभी तक वहां पर मुस्लिम समुदाय द्वारा मुस्लिम धर्म का कार्य निरंतर किया जाता है। साथ ही प्रत्येक शुक्रवार को नमाज भी होती है। जिसपर पूर्ण रूप से रोक लगना चाहिए। साथ ही हिंदुओं को वहां पर पूजा का अधिकार दिया जाए।
न्यायालय में वादी की तरफ से अधिवक्ता शशिकांत यादव, हरिकेश राजा, आनंद ज्योति सिंह, श्रीपति मिश्र ने अपना पक्ष रखा। याचिकाकर्ता रहे अतुल कुल, राहुल मिश्रा,राजेंद्र प्रसाद, रमेश यादव व श्यामजी सिंह हैं।