आज़मगढ़
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त एवं डीआईजी सुभाष चन्द्र दूबे ने मंगलवार को तहसील सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी सदर गौरव कुमार एवं तहसीलदार, फरियादियों से उनकी समस्यायें सुन रहे थे। निरीक्षण के दौरान कोविड-19 के दृष्टिगत उपस्थित अधिकारियों एवं फरियादियों के बीच सोशल डिस्टेन्सिंग एवं फेस कवर का अनुपालन होता पाया गया। मण्डलायुक्त एवं डीआईजी के निरीक्षण के दौरान कतिपय फरियादियों द्वारा दाखिल खारिज लम्बित होने, भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने आदि से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया, जिस पर मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को समयबद्ध रूप से निस्तारित करने की हिदायत दी। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी पंचायत चुनाव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त होना संभावित है, इसलिए शांति व्यवस्था बनाये रखने के दृष्टिगत जो भी प्रकरण प्रस्तुत किये जाते हैं उसका पारदर्शी तरीके से स्थायी निराकरण सुनिश्चित किया, ताकि आगे चलकर किसी प्रकार की गंभीर स्थिति उत्पन्न होने की संभावनाओं को समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में पड़ने वाले त्योहारों को देखते हुए उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी पुलिस, तहसीलदार आदि निरन्तर क्षेत्र भ्रमण करें तथा जहाॅं कहीं भी विवाद है मौके पर शांति व्यवस्था बनाये रखते हुए उस पर यथोचित कार्यवाही करें। डीआईजी सुभाष चन्द्र दूबे ने प्रार्थना पत्रों के निस्तारण के सम्बन्ध में निर्देश दिया कि जहाॅं भी भूमि विवाद से सम्बन्धित मामलों में राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें भेजी जानी हैं, वहाॅं समय से टीमें को भेजा जाय। उन्होंने कहा कि आगामी पंचायत निर्वाचन के दौरान शरारती तत्वों द्वारा माहौल को असामान्य किये जाने का प्रयास किया जा सकता है, इसलिए ऐसे असामाजिक एवं शरारती तत्वों की अभी से पहचान कर उन्हें पाबन्द करने की कार्यवाही शुरू कर दी जाय। श्री दूबे ने उपस्थित थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि त्योहारों के दृष्टिगत होने वाली शान्ति समितियों की बैठक में लिये गये निर्णयों का अनुपालन हर हालत में कराया जाय।