डा. मुकेश सिंह बसपा से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव!


गाजीपुर (काशीवार्ता)। अपने परिवार में चेयरमैन की कुर्सी दिलाने के बाद डा. मुकेश सिंह का अब भाजपा से लगभग मोहभंग हो गया है। सीएम के आगमन के दौरान भाजपा के पोस्टर से फोटो गायब होने के बाद यह तय माना जा रहा है कि अब भाजपा उनके लिए पूरी तरह से बेगानी हो गई है। भाजपा को मां के समान दर्जा देने वाले डा. मुकेश से लगभग पार्टी ने भी दूरी बना लिया है। इसकी हर ओर चर्चा है। कहा जा रहा है कि क्या बेटे के लिए मां ऐसा कर सकती है। लेकिन सियासत में कुछ भी संभव हो सकता है। कुर्सी के लिए सियासतदां किस हद तक जा सकते हैं, यह सोचना मुश्किल होगा।
सैदपुर के बड़े कारोबारी शंकर सिंह के पुत्र डा. मुकेश सिंह ने विदेशी से पढ़ाई की है। चिकित्सा के क्षेत्र में उन्होंने गरीबों की सेवा करके अच्छी खासी लोकप्रियता हासिल की है। यही वजह रही कि उन्हें भाजपा ने एक बार चुनाव लड़ने का मौका दिया। मगर उन्होंने उसे ठुकरा दिया। 2017 में उनका जंगीपुर से लड़ना तय था। मगर उनके साथ साजिश हो गई। इसके बाद लोकसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी के लिए काम किया। अब जब 2022 का चुनाव नजदीक है, तब भी उनके खिलाफ साजिश पर साजिश रची जा रही है। सूत्रों की मानें तो सैदपुर में सीएम के आगमन के दौरान जब मुकेश का फोटो भाजपा के पोस्टर से गायब हुआ, तब उनका मन व्यथित हो गया। उन्होंने अपनी बात एक शेर के माध्यम से जिलेवासियों से कही। बोले, हमीं को कत्ल करते हैं, हमीं से पूछते भी हैं। शहीदे नाज बतलाओ मेरी तलवार कैसी, जो कल तक साथ चलने का दम भरते थे, आज वह सड़कों पर जोर आजमाते हैं। उसमें तो कुछ अजनबी लोग थे, जो पत्थर चला रहे थे। अरे उसमें तो कुछ अपने भी लोग थे जो पत्थर थमा रहे थे। उधर भाजपा से बसपा में डा. मुकेश के जाने के चर्चा ने एक बार फिर जंगीपुर के साथ ही भाजपा की सियासत को गरमा दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि जंगीपुर में भाजपा किसी महिला कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाएगी। बातचीत के दौरान डा. मुकेश सिंह ने कहा कि इंतजार करिए…। और देखिए आगे होता है क्या।