बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को कोर्ट ने जमानत देते हुए एक शर्त रखी थी कि जब भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया जाएगा वह तलब होगे। बिना कोर्ट की इजाजत के वह देश से बाहर भी नहीं जाएंगे। आर्यन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने रविवार को क्रूज ड्रग्स मामले में तलब किया था, लेकिन वह पूछताछ के लिए एनसीबी ऑफिस नहीं पहुंचे। माना जा रहा है कि आर्यन खान ने एनसीबी को उपस्थित न होने का करण बुखार बताया है।
एनसीबी के अधिकारी ने बताया कि ड्रग रोधी एजेंसी की एसआईटी ने रविवार को आर्यन खान को रविवार को दिन पेश होने को कहा लेकिन वह बुखार का हवाला देते हुए एसआईटी अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए। एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारी संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी शनिवार को मुंबई पहुंची, जिसके एक दिन बाद एजेंसी ने विवादास्पद क्रूज ड्रग्स मामले सहित छह मामलों की जांच उसे सौंप दी।
एनसीबी ने पिछले महीने क्रूज पोत से कथित तौर पर मादक पदार्थ बरामद होने के मामले में आर्यन खान और कम से कम 19अन्य को गिरफ्तार किया था। एजेंसी के मुंबई क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े को विभागीय सतर्कता जांच का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि इस मामले में एक स्वतंत्र गवाह ने जांच में शामिल लोगों पर वसूली किए जाने के प्रयास का आरोप लगाया है। आर्यन 30 अक्टूबर को जमानत पर रिहा हुए थे।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने रविवार को आरोप लगाया कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई क्षेत्र के निदेशक समीर वानखेड़े अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ‘‘अगवा’’ करने की साजिश में शामिल थे। मलिक ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मोहित भारतीय इस साजिश के ‘‘मास्टरमाइंड’’ थे। पिछले महीने वानखेड़े के नेतृत्व में एक क्रूज पोत पर की गई छापेमारी के बाद आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था और पोत से कथित तौर पर मादक पदार्थ बरामद किया गया था। बाद में आर्यन को बंबई उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई।