चुनाव प्रचार का माध्यम बनी अलाव की लकड़ियां


वाराणसी। शहर में गलन भरी ठंड के बीच नगर निगम द्वारा 260 स्थानों पर जलवाए जा रहे अलाव चुनाव-प्रचार का माध्यम बनते नजर आ रहे हैं। पार्षदों द्वारा अलाव की लकड़ियां घर-घर पहुंचाने को लेकर नगर निगम में चर्चाओं का बाजार गर्म है। बताते हैं कि पार्षद आगामी नगर निकाय चुनाव की पृष्ठभूमि तैयार करने में जुटे हैं।
बताया जाता है कि नगर निगम द्वारा विगत 2 माह से लगातार अलाव जलाने का काम किया जा रहा है, जिसमें शहर के विभिन्न स्थानों, गलियों, चौराहों व मुख्य बाजारों में शाम के समय कर्मचारियों द्वारा ट्रैक्टर से 50 किलो लकड़ी प्रति स्थान के हिसाब से दीजा रही है, लेकिन अलाव की आग जलती हुई दिखाई न देने पर जब निगम कर्मचारियों से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब हम लोग ट्रैक्टर से लकड़ी लेकर पहुंचते हैं तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधि दबाव बनाकर उनसे लकड़ियां ले लेते हैं और उसे घर-घर पहुंचाने में जुट जाते हैं, जिससे अलाव वाले स्थान पर बमुश्किल दो या तीन लकड़ी ही बच पाती है। उनका कहना था कि हम लोग मजबूर हैं और इन जनप्रतिनिधियों को मना करने में असमर्थ है। सोचने वाली बात है कि जहां शहर में गरीब और बेसहारा लोगों के लिए यह लकड़ी ठंड से बचाने का महत्वपूर्ण माध्यम है वही जनप्रतिनिधियों द्वारा लकड़ियों की बंदरबाट से स्थिति काफी विकट हो गयी है। भीषण ठंड में इस तरह की क्रिया कलापों पर नगर निगम के अधिकारी भी नियंत्रण करने में स्वय को असमर्थ महसूस कर रहे हैं। ं