गाजीपुर (काशीवार्ता)। जमानियां के सपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री ओपी सिंह के खिलाफ अब यदुवंशियों में बागवत के सुर तेज हो गए हैं। टिकट के प्रबल दावेदार रवि यादव ने सपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान करके जमानियां की सियासत में एक तरह से हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं। ओबीसी और दलित समाज सिर्फ बटन दबाने की मशीन होकर रह गए हैं। रवि ने सवाल दागा…। क्या पिछड़े का बेटा विधायक नहीं बन सकता है। रवि का यह बयान यदुवंशियों के दिलों दिमाग में नाच रहा है।
बतादें कि रवि यादव दिलदारनगर में रहते हैं। इनके पिता रणजीत यादव किसान नेता थे और समाजवादी पार्टी में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। रवि यादव के परिवार से चैधरी चरण सिंह का गहरा रिश्ता रहा है। रवि के नाना चंदौली के रहने वाले हैं, और खांटी किसान नेता थे। वहां उनके नाना के घर पर भी चौधरी चरण सिंह आते थे। बीते कई वर्षों से रवि यादव जमानियां विधानसभा में सपा के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं और टिकट के मजबूत दावेदार थे। रवि यादव यदुवंशियों के साथ ही मुस्लिम और दलित समाज के युवाओं में भी काफी लोकप्रिय माने जाते हैं। पहले वह विदेश में नौकरी करते थे। लेकिन उनका लगाव जमानियां से ऐसा हुआ कि सियासत में उतर आए। उनके परिवार के लोग सपा में महत्वपूर्ण पदों पर रहे। इधर बीते माह जब रवि याद को टिकट न देकर पार्टी सुप्रीमो ने पूर्व मंत्री ओपी सिंह को टिकट की घोषणा की तो रवि यादव के समर्थक नाराज हो गए। पूर्व मंत्री यहां से विधायक रहे हैं। लगातार पार्टी उन्हें ही टिकट दे रही है। इधर टिकट न मिलने से आहत होकर पिछले दिनों उन्होंने पार्टी के साथ ही अपने समर्थकों की बैठक बुलाई। बैठक में यह निर्णय किया गया कि रवि यादव विधानसभा का जमानियां से चुनाव लड़ेंगे।सभी लोग सहयोग करेंगे। फिर क्या था, रवि यादव मैदान में उतर गए और सपा प्रत्याशी ओपी सिंह के खिलाफ ताल ठोंक दिया। वह यदुवंशियों में जाकर अपनी बात रख रहे हैं। रवि यादव का कहना है कि तीस वर्षों में जमानियां में कुछ नहीं हुआ। पार्टी कार्यकतार्ओं को अपमानित करने वाले लोगों को अब जनता सबक सीखाएगी। रवि के इस बयान से सपा में खलबली मची हुई है।