xवाराणसी(काशीवार्ता)। वाराणसी में आज से जी-20 सम्मेलन का आगाज हो गया है। इस के पूर्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दलित के घर नाश्ता किया। भाजपा की बूथ अध्यक्ष सुजाता धूसिया के घर पर रविवार सुबह एस. जयशंकर पहुंचे। नाश्ते में कचौड़ी, सत्तू भर कर मकुनी, सेंवई, बैंगन-आलू-पालक की सब्जी, आलू-परवल-पनीर की सब्जी, रायता था। कुल्हड़ में पानी परोसा गया। नाश्ते के बाद विदेश मंत्री ने कहा, “नाश्ता स्वादिष्ट था। आज से हम वाराणसी में जी-20 कार्यक्रम कर रहे हैं। खाद्य सुरक्षा, अनाज, उर्वरक और बाजरा पर चर्चा होगी। जी-20 देशों का सम्मेलन 11 से 13 जून के बीच होगा। बैठक में 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के 500 से ज्यादा डिप्लोमेट्स शामिल होंगे। बैठक से पहले ही शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर वाराणसी पहुंच गए थे। जयशंकर भारत की ओर से बैठक का नेतृत्व करेंगे। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज और कल वाराणसी में रहेंगे। वे आज कैंट के कैलाश मठ में आयोजित टिफिन बैठक में शामिल हुए। इसके बाद सर्किट हाउस में अफसरों के साथ बैठक की। रात 8 बजे जी-20 समिट के मेहमानों के साथ होटल ताज में डिनर करेंगे। सर्किट हाउस में नाइट स्टे और सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ और काल भैरव मंदिर में पूजा करने के साथ थी जी-20 के बहुपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे। जी-20 समिट भारत के कूटनीतिक और व्यापारिक रिश्तों के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 12 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली बैठक से जुड़ेंगे।
एयरपोर्ट पर मेहमानों का पारंपरिक स्वागत
वाराणसी(काशीवार्ता)। जी-20 की बैठक में सदस्य देशों के विकास मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए काशी आये मेहमानों का एयरपोर्ट पर काशी की संस्कृति व सभ्यता के अनुरूप भव्य स्वागत किया गया। डमरूओं की निनाद ने जहां मेहमानों को बाबा विश्वनाथ की नगरी में होने का एहसास कराया। वहीं भारतीय नारी की सभ्यता को रेखांकित करती हुई भारतीय पोशाकों में टूरिज्म विभाग से जुड़ी महिला व पुरूष कर्मियों ने तिलक लगाकर काशी का महिमामंडन किया। जी -20 के यहां आयोजित दूसरी बैठक में सदस्य देशों के करीब 200 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। प्रतिनिधियों को दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक वाराणसी की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की एक झलक प्रदान करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनियां और भ्रमण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। वहीं शाम को सभी सदस्यों को नमो घाट से क्रूज पर सवार होकर काशी के घाटों का भ्रमण करने के साथ ही गंगा आरती दिखाने की व्यवस्था की गई है।
मकुनी-कचौड़ी खाई, कुल्हड़ में पानी पिया, बोले- काफी स्वादिष्ट था