धिकारियों का कहना है कि फ़्रांसीसी शहर लियों में एक ग्रीक ऑर्थोडॉक्स पादरी गोलीबारी की घटना में गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
गोलीबारी के बाद हमलावर घटनास्थल से फ़रार हो गया लेकिन बाद में चश्मदीद के आधार पर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है.
हमले का मक़सद अभी तक साफ़ नहीं है. प्रशासन ने हत्या के प्रयास के मामले में जांच शुरू कर दी है.
इस घटना से पहले अभी हाल ही में दक्षिणी फ़्रांसीसी शहर नीस के एक चर्च में चाक़ू हमले में तीन लोगों की मौत हुई थी.
फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे ‘इस्लामी आतंकी हमला’ बताया था और अतिरिक्त सुरक्षाबलों को प्रार्थना स्थलों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों पर लगाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लियों में गोलीबारी की यह घटना स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजे तब हुई जब पादरी चर्च को बंद कर रहे थे.
पुलिस ने कहा है कि हमलावर एक शॉटगन के साथ था और हमले के बाद फ़रार हो गया.
पेट में लगी दो गोलियां
फ़्रांस के गृह मंत्रालय ने कहा है कि सुरक्षाबल और आपातकालीन बल घटनास्थल पर हैं और लोगों से हमले वाले इलाक़े से बचने के लिए कहा गया है.
लियों के सरकारी अभियोजक निकोलस ज़ैके ने शनिवार रात बयान जारी किया. जिसमें उन्होंने कहा कि ‘शुरुआती चश्मदीदों के दिए बयान के बाद एक शख़्स को पुलिस की हिरासत में लिया गया है.’
उन्होंने कहा कि संदिग्ध ने गिरफ़्तारी के समय हथियार ले रखा था. जांचकर्ता गिरफ़्तार संदिग्ध की पहचान पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
लियों के मेयर ग्रिगोग़ी दूसे ने पत्रकारों से कहा है, “हम अभी हमले के मक़सद के बारे में नहीं जानते हैं.”
पादरी की पहचान निकोलस काकावेलायकीस के रूप में हुई है. वो अस्पताल में भर्ती हैं और बेहद गंभीर अवस्था में बताए जा रहे हैं.
उनको पेट में दो गोलियां लगी हैं और जानलेवा चोटें आई हैं.
फ़्रांस के प्रधानमंत्री ज़्यां कास्टेक्स ने कहा है कि सरकार ‘हर किसी को पूरी सुरक्षा और पूर्ण स्वतंत्रता में अपनी आराधना करने की अनुमति देने के लिए दृढ़ संकल्प है.’