20 सितंबर को जंगीपुर में हो सकती है रैली
अजीत सिंह,
गाजीपुर। अगले वर्ष होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सबसे अधिक सियासी अकुलाहट भाजपा में मची है। 2017 में मोदी के चेहरे पर यूपी विधानसभा चुनाव में डंका बजाने वाली भाजपा इस बार भी मोदी के ही चेहरे पर चुनाव लड़ेगी। मगर इस बार सीएम योगी के विकास एवं कानून व्यवस्था की अग्निपरीक्षा होगी। इसको लेकर वाराणसी से सटे गाजीपुर जिले में सीएम उस विधानसभा में रैली करेंगे, जहां पर 2017 में पार्टी को करारी हार मिली थी। सीएम कार्यालय से जनसभा की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के साथ ही भाजपा में भी खलबली मच गई। संभावना जताई जा रही है कि 20 सितंबर को जंगीपुर विधानसभा में यह सभा आयोजित होगी। जिसमें सीएम अपने साढ़े चार वर्ष के कामकाज को जनता के सामने प्रस्तुत करेंगे और दूसरी बार भाजपा को बहुमत देने की अपील भी करेंगे। सूत्रों की मानें तो हर विधानसभा से पांच से दस हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य है।
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा एवं उसके सहयोगी दलों ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी। जिसमें भाजपा की जमानियां से सुनीता सिंह, मुहम्मदाबाद से अलका राय एवं सदर विधानसभा से डा. संगीता बलवंत शामिल हैं। जहूराबाद एवं जखनियां विधानसभा में तब के भाजपा के सहयोगी दल रहे सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर एवं त्रिवेणी राम ने जीत का स्वाद पहली बार चखा था। हालांकि अभी भी भाजपा राजभर वोटों के लिए ओमप्रकाश के नाम पर अपने दरवाजे खोल रखे हैं। देखा जाए तो जंगीपुर से सपा के डा. वीरेंद्र यादव को मामूली वोटों से जीत मिली थी। इसके साथ ही सैदपुर में सपा से सुभाष पासी दूसरी बार विधायक बनने में कामयाब हुए थे। उन्होंने यहां पर भाजपा प्रत्याशी को हराया था। जंगीपुर सीट से हार मिलने पर भाजपा काफी बेचैन थी। इसलिए यह रिपोर्ट यहां की जिला इकाई ने दिया है कि इस बार हम लोग जंगीपुर की सीट अन्य विधानसभाओं के साथ आसानी से जीत सकेंगे। यही कारण रहा कि सियासी रूप से डा. वीरेंद्र यादव के कदम को रोक दिया गया था। इस विधानसभा में बदहाली एवं बेकारी है। लेकिन टिकट मांगने वालों की संख्या भाजपा में यहां पर अधिक है। डा. मुकेश सिंह के अलावा, योगेश सिंह और कुशवाहा बिरादरी में भी प्रत्याशियों की संख्या अधिक है। डा. वीरेंद्र को रोकने के लिए भाजपा का एक पक्ष किसान मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष डा. विजय यादव को भी मैदान में उतारना चाहता है। उधर सीएम कार्यालय का संदेश मिलने के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। बताया जा रहा है कि भाजपा की जिला इकाई को भी इसकी जानकारी भेज दी गई है। अगर सीएम यहां पर सभा करते हैं तो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण उनके लिए बड़ी उपलब्धि होगी। जो अब बनकर तैयार है। इस एक्सप्रेस-वे से लखनऊ चार घंटे में आसानी से लोग पहुंचकर योगी को धन्यवाद बोल रहे हैं। क्योंकि पहली बार सिक्स लेन की सड़क पूर्वांचल के लोगों ने अपने यहां देखा है। हालांकि जंगीपुर विधानसभा के बवाड़े गांव निवासी एवं समाजवादी पदयात्रा करके विधायक डा. वीरेंद्र की नींद हराम करने वाले अभिषेक यादव कहते हैं कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे किसने दिया था, इसको पूरा प्रदेश जानता है। भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि पार्टी की तरफ से सूचना मिली है कि सीएम यहां पर जनसभा करना चाहते हैं। अब यह तय किया जा रहा है कि किस विधानसभा में सीएम की जनसभा प्रस्तावित की जाए। उन्होंने संभावना जताई कि जंगीपुर में ही सीएम की जनसभा लगेगी। उन्होंने बताया कि 20 सितंबर को होने वाली जनसभा के दौरान लाखों की भीड़ जुटाकर सीएम के कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा। उधर डीएम एमपी सिंह एवं पुलिस अधीक्षक डा. ओपी सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक करके यह तय कर रहे हैं कि किस विधानसभा में कहां पर सुरक्षित रैली कराई जाए। एसपी डा. ओपी सिंह ने बताया कि अभी बैठक चल रही है। कार्यक्रम स्थल फाइनल करके जानकारी दी जाएगी।